अमेरिकी सैन्य बलों के ऑपरेशन में मारा गया ISIS का अबू इब्राहिम अल-हाशिमी, बाइडेन ने लाइव देखा ऑपरेशन
अमेरिकी सुरक्षा बलों के एक ऑपरेशन में आईएसआईएस चीफ अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी मारा गया है। अमेरिका राष्ट्रपति जो बाइडन ने खुद ट्वीट कर इसकी पुष्टि की है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक आतंकी अल कुरैशी ने खुद को परिवार सहित बम से उड़ा दिया। मिशन के दौरान छह बच्चों और चार महिलाओं सहित 13 मारे गए। मिशन में सभी अमेरिकी सुरक्षित लौट आए हैं। यह पूरा ऑपरेशन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, उप राष्ट्रपति कमला हैरिस और राष्ट्रपति की नेशनल सिक्योरिटी टीम ने लाइव देखा।
बाइडन ने ट्वीट में लिखा, 'कल रात मेरे निर्देश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने सफलतापूर्वक एक आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी के लिए धन्यवाद, हमने आईएसआईएस के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुरैशी को युद्ध के मैदान से हटा दिया है।' इससे पहल उन्होंने ऑपरेशन के बारे में कहा था कि भगवान हमारे सैनिकों की रक्षा करे। स्थानीय लोगों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सीरिया के इदलिब प्रांत, जो विद्रोहियों के कब्जे में है, में अमेरिका के विशेष ऑपरेशन के दौरान छह बच्चों सहित कम से कम 13 लोग मारे गए।
तुर्की सीमा के पास अ अमेरिकी सैन्य बलों ने तमेह शहर में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। सैनिकों ने शहर की एक इमारत को निशाना बनाया जिसमें युद्ध से विस्थापित हुए हजारों लोग रह रहे थे। हालांकि इमारत में रहने वालों की तत्काल पहचान नहीं हो पाई है। ऑपरेशन का टारगेट आईएसआईएल या अल-कायदा का कोई नेता था। पेंटागन ने कहा कि अमेरिकी सैन्य बलों ने एक सफल आतंकवाद विरोधी अभियान को अंजाम दिया है।
मिशन में 24 विशेष अभियान कमांडो शामिल थे, जो कि जेट, रीपर ड्रोन और हेलीकॉप्टर गनशिप के साथ थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी सेना का यह अभियान उत्तर पश्चिमी सीरिया में चलाया गया। इसी क्षेत्र में जहां आईएसआईएस के पिछले नेता अबू बक्र अल-बगदादी को 2019 में अमेरिकी विशेष बलों ने मार गिराया था। यह ऑपरेशन बिल्कुल उसी अंदाज में चलाया गया जिस अंदाज में 2011 में ओसाम बिन लादेन के खिलाफ ऑपरेशन चलाया गया था और जिसमें ओसामा मारा गया था। अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-कुराशी, जिसे अब्दुल्ला करदाश या हाजी अब्दुल्ला के नाम से भी जाना जाता है, आईएसआईएस के पूर्व चीफ अबू बक्र अल-बगदादी की मौत के बाद संगठन का नेता बना था। माना जा रहा है कि कुछ नुकसान अल कुरैशी के आत्मघाती विस्फोट की वजह से भी हुआ।