पाक विदेश मंत्रालय में कुलभूषण जाधव से मिलीं मां और पत्नी, मगर बीच में थी कांच की दीवार
पाकिस्तान की जेल में जासूसी के आरोप में फांसी की सजा काट रहे भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव ने आज अपनी पत्नी और मां से मुलाकात तो की, लेकिन इनके बीच शीशे की दीवार थी। परिवार से मुलाकात के दौरान दोनों के बीच में कांच के बैरियर को लेकर उठने वाले सवालों पर पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने इस कांच के बैरियर लगाने को सुरक्षा से जोड़ा है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैजल ने कहा कि कुलभूषण जाधव की उनसे परिवार से मुलाकात काफी सकारात्मक रही। इस दौरान दोनों ने खुलकर बातें की और जाधव के कहने पर मुलाकात को 10 आगे बढ़ाया भी गया। उन्होंने मुलाकात के दौरान कांच के बैरियर को लेकर कहा कि ये सुरक्षा कारण था, हमने पहले ही बता दिया था कि मुलाकात जरूर होगी, मगर कुछ सुरक्षा बैरियर भी होंगे। फैजल ने कहा कि कुलभूषण जाधव की मां इस मुलाकात से खुश हैं और उन्होंने इस मुलाकात के लिए पाकिस्तान सरकार और जेल प्रशासन का शुक्रिया अदा किया है।
It was a humanitarian meeting, it was not consular access. The Indian diplomat JP Singh was present and could see the meeting but was not allowed to meet, we extended the meeting by 10 minutes on request of Jadhav:Mohd Faisal,Pak Foreign Ministry Spokesperson #KulbhushanJadhav pic.twitter.com/wJZ4InjROS
— ANI (@ANI) December 25, 2017
It was for security reasons,we had already told them that you will be able to meet him but a security barrier would be there: Dr.Mohd Faisal,Pak Foreign Ministry Spokesperson on ANI's question regarding glass barrier between Jadhav and his mother and wife #KulbhushanJadhav pic.twitter.com/LiRoG5p8VH
— ANI (@ANI) December 25, 2017
जाधव से मुलाकात खत्म होने के बाद दोनों इस्लामाबाद स्थित भारतीय दूतावास पहुंचीं। परिवार से मुलाकात कराने पर जाधव ने पाकिस्तान सरकार को धन्यवाद कहा है। जाधव को जासूसी के आरोप में पाकिस्तान की सैन्य कोर्ट ने उन्हें फांसी की सजा सुनाई है।
मुलाकात के दौरान पाकिस्तान में भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह भी मौजूद थे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार, यह मुलाकात करीब 35 से 40 मिनट चली। कमांडर जाधव की मां एवं पत्नी आज दोपहर करीब साढे 12 बजे इस्लामाबाद पहुंचीं थी जहां हवाई अड्डे पर पाकिस्तानी विदेश एवं गृह मंत्रालयों के अधिकारी तथा श्री सिंह मौजूद थे। कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें हवाई अड्डे से सीधे विदेश मंत्रालय लाया गया। 21 महीने बाद परिवार के साथ कुलभूषण जाधव के मुलाकात की वीडियो रिकॉर्डिंग की गई है और इसे पाक सरकार ने रिलीज कर दिया है।
पाक अधिकारी के मुताबिक जाधव से उनकी पत्नी और मां ने विदेश मंत्रालय में मुलाकात की है। पाक मीडिया के मुताबिक कुलभूषण जाधव को राजनयिक मदद नहीं दी जा रही है। पाकिस्तानी रेंजर्स और एंटी टेररिस्ट स्कवायड, शॉर्प शूटर्स की तैनाती की गई है। संबंधित क्षेत्र में किसी प्रकार के वाहन को घुसने की अनुमति नहीं दी गई है। जाधव की मां और पत्नी पाक विदेश मंत्रालय पहुंच चुके हैं।
Indian death row prisoner #KulbhushanJadhav meets mother, wife at Foreign Affairs Ministry in #Islamabad: #Pak officials
— Press Trust of India (@PTI_News) December 25, 2017
Wife & mother of #KulbhushanJadhav meet him at Pakistan Foreign Affairs Ministry in Islamabad: Pakistan media pic.twitter.com/A8y0whwpAF
— ANI (@ANI) December 25, 2017
Indian national #KulbhushanJadhav has not been given consular access, reports Pak media quoting Foreign Office pic.twitter.com/oOaOKPZlLp
— ANI (@ANI) December 25, 2017
Wife, mother of Kulbhushan Jadhav reached Pakistan Foreign Affairs Ministry in Islamabad along with JP Singh, Deputy High Commissioner pic.twitter.com/8j4os0h64T
— ANI (@ANI) December 25, 2017
#WATCH: Wife, mother of Kulbhushan Jadhav reach Pakistan Foreign Affairs Ministry in Islamabad along with JP Singh, Deputy High Commissioner pic.twitter.com/Dnp9eUc5je
— ANI (@ANI) December 25, 2017
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बताया कि कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी सोमवार को इस्लामाबाद पहुंचेंगे और मुलाकात के बाद उसी दिन भारत वापस लौट जाएंगे। इस मुलाकात में इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त जेपी सिंह उनके साथ रहेंगे। पाकिस्तान के विदेश विभाग के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने शनिवार रात इस बारे में ट्विटर पर जानकारी दी।
पाकिस्तान ने 21 दिसंबर को भारतीय कैदी कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां को इस्लामाबाद आने के लिए वीजा जारी किया। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग ने आज (बुधवार को) कमांडर जाधव की मां और पत्नी को वीजा जारी किया, ताकि वे उनसे मुलाकात के लिए इस्लामाबाद आ सकें। पाकिस्तान 25 दिसंबर को जाधव की मुलाकात उनकी मां और पत्नी से कराने पर सहमत हुआ है। वह भारत की इस मांग पर भी सहमत हुआ है कि उनके साथ इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग के एक अधिकारी को भी जाने दिया जाए।
पाकिस्तान की एक सैन्य अदालत ने बीते अप्रैल में जासूसी और आतंकवाद के आरोप में जाधव को मौत की सजा सुनाई थी, जिसके बाद भारत ने मई में अंतरराष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) का रुख किया था। भारत की अपील पर अंतिम फैसला आने तक आईसीजे ने जाधव को मौत की सजा दिए जाने पर रोक लगा दी थी ।
पाकिस्तान का दावा है कि उसके सुरक्षा बलों ने पिछले साल तीन मार्च को अपने अशांत प्रांत बलूचिस्तान से जाधव उर्फ हुसैन मुबारक पटेल को उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब वह कथित तौर पर ईरान से पाकिस्तानी सीमा में दाखिल हुए। बहरहाल, भारत का कहना है कि जाधव को ईरान से अगवा किया गया और भारतीय नौसेना से रिटायर होने के बाद वहां उनके व्यापारिक हित हैं ।