पीएम इमरान खान ने फिर की भारत की तारीफ, राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा- पाकिस्तान के लोकतंत्र का बन गया है मजाक
अविश्वास प्रस्ताव से कुछ घंटे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश के नाम संबोधन में कहा है कि मेरे पाकिस्तानियों तकरीबन 26 साल पहले मैंने अपनी पार्टी शुरू की तब से मैंने कभी पार्टी के सिद्धांत नहीं बदले। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मायूसी हुई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सांसदों की खरीद-फरोख्त हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले में साजिश के आरोपों की जांच की बात होनी चाहिए। इमरान ने कहा कि पाकिस्तान की डेमोक्रेसी का खुलेआम मजाक बन गया है।
पीएम इणरान खान ने कहा कि लोकतत्र की रक्षा फौज नहीं कर सकती। कौम को खुद लोकतंत्र को बचाना होगा। मुल्क की संप्रभुता जनता के हाथ में है। संप्रभुता पर जो हमला हुआ है जनता लोकतंत्रा और संप्रभुता की रक्षा करे। उन्होंने फिर आह्वान किया कि रविवार को शांति से लोग सड़कों पर निकलें। मैं जनता के साथ संघर्ष करूंगा। एक बार फिर भारत की तारीफ करते हुए उऩ्होंने कहा कि भारत की विदेश नीति आजाद है। हिंदुस्तान एक खुद्दार देश है। किसी सुपरपावर की हिम्मत नहीं, उसके खिलाफ साजिश ऱचे। उन्होंने कहा कि हमारी विदेश नीति आजाद होनी चाहिए. हमारी विदेश नीति भारत जैसी होनी चाहिए.। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के खिलाफ किसी भी दूसरे देश को राजदूत की हिम्मत नहीं कि वो उसके खिलाफ कुछ भी कह सके।
इमरान खान ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने विदेशी साजिश की बात क्यों नहीं की। उस साजिश वाली चिट्ठी की बात क्यों नहीं की। उऩ्होंने कहा कि सीक्रेट कोड की वजह से साजिश की चिट्ठी जनता के सामने नहीं रख सकता। उन्होंने बताया कि चिट्ठी में लिखा गया था कि इमरान खान को माफ नहीं कर सकते हैं। इमरान खान ने कहा कि हम 22 करोड़ लोग हैं। 22 करोड़ लोगों को कोई हुक्म दे रहा है कि अगर आपका प्रधानमंत्री बच जाता है तो आपको इसका अंजाम भुगतना होगा। मेरे पाकिस्तानियों हमने इस तरह ही जिंदगी गुजारनी है तो हम अपने आप से सवाल पूछें कि हम आजाद क्यों हुए थे। हम आजादी का जश्न क्यों मनाते हैं? इमरान खान ने मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि मीडिया भी इन सब चीजों को सपोर्ट कर रहा है। इमरान खान ने कहा कि कुछ महीनों पहले अमेरिका के डिप्लोमेट हमारे लोगों से मिल रहे थे। उऩ्होंने कहा कि मैं कोई अमेरिका विरोधी नहीं हूं, लेकिन साजिश के खिलाफ हूं। पीएम इमरान ने कहा कि मैं देश के साथ खड़ा रहूंगा। मैं तो चाहता हूं कि दोबारा चुनाव कराए जाएं। सब एक दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते रहे हैं. ये सब इसलिए इकट्ठे हो रहे हैं कि बस एक बार पावर मिल जाए।