शहबाज शरीफ होंगे पाकिस्तान के ऩए प्रधानमंत्री; रात 8.30 बजे लेंगे शपथ, इमरान की पार्टी ने किया चुनाव का बहिष्कार
पाकिस्तान में सोमवार को नए प्रधानमंत्री के लिए संसद में वोटिंग हुई जिसमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एऩ) के नेता शहबाज शरीफ को नेता चुन लिया गया। वह भारतीय समय अनुसार रात साढ़े आठ बजे पीएम पद की शपथ लेंगे। नेशनल असेंबली में नए पीएम के चुनाव से ठीक पहले इमरान खान और उनके साथी सदस्यों ने संसद से वॉकआउट कर दिया।
पाकिस्तानी संसद नेशनल असेंबली में हुए मतदान के दौरान शहबाज को 174 वोट मिले। संसद में शहबाज शरीफ के जीत का ऐलान होते ही विपक्षी पार्टियों ने जमकर नारेबाजी की। स्पीकर के कहने पर शहबाज शरीफ गठबंधन की बाकी पार्टियों के साथ सत्तापक्ष की कुर्सी पर आकर बैठे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के ज्यादातर सांसदों ने नए प्रधानमंत्री के चुनाव के लिए मतदान से पहले नेशनल असेंबली से इस्तीफा दे दिया।
चुने जाने के बाद संसद को संबोधित करते हुए शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान में पहला मौका है जब अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई है और प्रधानमंत्री को कुर्सी गंवानी पड़ी है। मैं पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट को धन्यवाद पेश करता हूं। उन्होंने कानून को बरकरार रखा है। सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा संदेश दिया है। एक हफ्ते तक चल रहा ड्रामा खत्म हुआ है।
शहबाज ने इमरान खान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यहां न कोई गद्दार था, न है। इमरान खान के अमेरिका वाले बयानों पर नेशनल असेंबली में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि अगर इस मामले में हमारी थोड़ी सी भी भागीदारी साबित हो जाए तो मैं खुद यहां से इस्तीफा देकर घर चला जाऊंगा।
असेंबली में शहबाज शरीफ ही एकमात्र प्रधानमंत्री के उम्मीदवार थे, क्योंकि पीटीआई के उम्मीदवार शाह महमूद कुरैशी ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि वो प्रधानमंत्री का चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि देश के पास दो रास्ते हैं- एक रास्ता स्वाभिमान का है तो दूसरा गुलामी का।
डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने भी ये कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि उनका जमीर उन्हें इसकी इजाजत नहीं देता। कासिम सूरी ने पीएमएल-एन के नेता अयाज सादिक को आगे के सत्र की अध्यक्षता करने को कहा।पाकिस्तान के सिंध प्रांत के गवर्नर इमरान इस्माइल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
इस बीच इमरान खान को एक और झटका लगा है। इमरान सरकार की सहयोगी रहे ग्रांड डेमोक्रेटिक अलायंस ने झटका दिया है। जीडीए ने साफ किया कि उनकी पार्टी का कोई भी सांसद नेशनल असेंबली से इस्तीफा नहीं देगा।
सत्र की शुरुआत से कुछ मिनट पहले, पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा था कि पीटीआई के सभी विधायक नेशनल असेंबली से इस्तीफा दे देंगे और किसी भी सरकार का हिस्सा नहीं बनेंगे, जो "विदेशी एजेंडे" के तहत बनाई जा रही है।
अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से रविवार को इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटा दिया गया था. खान सदन का विश्वास खोने के बाद देश के इतिहास में पद गंवाने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए। बता दें कि पाकिस्तान 1947 में अपने गठन के बाद से कई शासन परिवर्तन और सैन्य तख्तापलट के साथ राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है। किसी भी प्रधानमंत्री ने कभी भी पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।