यूक्रेन हमलाः भारतीयों को निकालने के लिए ग्लोबमास्टर रोमानिया की भरेगा उड़ान, राजधानी कीव से दूतावास को किया गया खाली
रूसी हमले यूक्रेन की राजधानी कीव में लगातार तेज होते जा रहे हैं। कीव पर रूस की लगातार चेतावनी के चलते पूरी राजधानी को खाली किया जा रहा है। वहीं, भारत सरकार की तरफ से भी बताया गया है कि, कीव में अब कोई भी भारतीय नागरिक मौजूद नहीं है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए केंद्र सरकार ने 'ऑपरेशन गंगा' तेज कर दिया है.। साथ ही सुरक्षा हालात को देखते हुए कीव का भारतीय दूतावास भी अब लगभग खाली कर दिया गया है।, ज्यादातर अधिकारी और स्टाफ अब कीव के कैंप ऑफिस में शिफ्ट कर दिए गए हैं।
भारत सरकार ने बताया है कि भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए अगले 3 दिन में 26 फ्लाइट शेड्यूल हैं। इतना ही नहीं भारतीय एयरफोर्स भी ऑपरेशन गंगा में शामिल हो गई है। एयरफोर्स का . का C-17 एयरक्रॉफ्ट रोमानिया से भारतीयों को वापस लाएगा। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन में करीब 20000 भारतीय फंसे थे. तब से करीब 12000 भारतीयों ने यूक्रेन छोड़ दिया है। यह यूक्रेन में फंसे कुल भारतीयों का 60% है। उन्होंने कहा, बचे हुए 40% में मुश्किल में आधे खारकीव में फंसे हैं। बाकी आधे संघर्ष क्षेत्र से बाहर हैं.।
रूस ने टीवी टावरों को निशाना बनया है। यूक्रेन की राजधानी कीव में जो टीवी टावर हमले में ध्वस्त हुआ, वह भारतीय दूतावास से महज़ डेढ़ किमी की दूरी पर है। रूस ने इस टीवी टावर को निशाना बनाकर तमाम चैनलों के प्रसारण को प्रभावित करने की कोशिश की है। इस हमले में पांच लोगों की मौत हो चुकी है। भारत के अलावा अन्य देशों के दूतावास भी कीव से खाली किए जा रहे हैं। तमाम देशों ने भी अपने नागरिकों को निकाल लिया है, जो भी नागरिक बाकी हैं, उन्हें निकालने का प्रोसेस जारी है।
भारत सरकार की तरफ से मिशन गंगा के तहत चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजा गया है, जहां से भारतीय छात्रों को एयरलिफ्ट किया जाएगा क्योंकि यूक्रेन का एयरस्पेस युद्ध के चलते बंद है, ऐसे में लोगों को पड़ोसी देशों तक पहुंचाया जा रहा है जहां से उन्हें वापस भारत लाया जाएगा फिलहाल हजारों भारतीय अब भी यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं।
बता देंक पिछले 6 दिन से यूक्रेन पर रूस हमला कर रहा है। लगातार कीव और आसपास के शहरों पर बमबारी की जा रही है जबकि जमीनी स्तर पर भी रूसी सेना आगे बढ़ने की कोशिश में जुटी है हालांकि यूक्रेन की सेना कड़ी टक्कर दे रही है।