पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा- कश्मीर मुद्दे पर किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं
एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने स्पष्ट कहा कि कश्मीर मुद्दे पर हम किसी दूसरे देश को कष्ट नहीं देना चाहते। यह भारत-पाकिस्तान का द्विपक्षीय मामला है। वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को कश्मीर मामले पर देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हम कश्मीरियों की आजादी के साथ खड़े हैं। हर हफ्ते कश्मीर के समर्थन में हम एक प्रोग्राम आयोजित करेंगे। इमरान खान ने कहा मैं कश्मीरियों की आवाज़ बनूंगा। भारत ने आर्टिकल 370 हटाकर गलती की है। PoK में हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है। हम कश्मीर के 80 लाख लोगों के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।
इमरान खान ने आगे कहा कि मोदी ने बहुत बड़ी गलती कर दी है। भारत ने ये गलती करके कश्मीरियों को आजादी के लिए खुली छूट दे दी है। अब संयुक्त राष्ट्र की जिम्मेदारी है कि वो अब कश्मीर के साथ खड़े हों। पाकिस्तान और कश्मीर ही नहीं बल्कि दुनिया भर के सवा अरब मुसलमान यूनाइटेड नेशंस की तरफ उम्मीदों से देख रहे हैं।
इमरान ने की पाक की आवाम को भरोसे में लेने की कोशिश
इस समय पाकिस्तान के आर्थिक हालात काफी खराब हैं। ऐसे में इमरान खान ने अपने संबोधन के जरिए अपनी आवाम को साधने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कश्मीर का मुद्दा वह न्यू यॉर्क और अन्य बड़े देशों के सामने उठाएंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में यूएनएससी की बैठक होने से ही मामला अंतरराष्ट्रीय हो गया है और पूरी दुनिया का ध्यान खींचा गया है। बता दें कि यूएनएससी की बैठक मे भी भारत ने स्पष्ट किया कि यह भारत का आंतरिक मुद्दा है और किसी को दखल देने की जरूरत नहीं है।
इमरान खान ने निराशा जताते हुए का कि आज दुनिया की ताकतें और मुसलमान देश भी मजबूरी की वजह से उनके साथ नहीं हैं लेकिन वक्त के साथ वह उनका साथ जरूर देंगी। उन्होंने कहा, 'आप मायूस न हों, हम पूरी दुनिया में कश्मीर के ऐंबेसडर बनेंगे। मैं 27 सितंबर को यूएन में यह मुद्दा उठाऊंगा।'
'हर हफ्ते करेंगे इवेंट'
इमरान ने कहा कि कश्मीरी के लोगों को भरोसा देने के लिए पूरे देश में हर हफ्ते एक इवेंट किया जाएगा जिसमें स्कूल, कॉलेज और सरकारी दफ्तरों के लोग हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि इस शुक्रवार को सभी लोग दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच बाहर निकलेंगे।
‘परमाणु युद्ध से दोनों देशों का नुकसान’
यूएन में कश्मीर का मुद्दा उठाने के बाद अलग-थलग पड़ गया। इस पर इमरान खान ने कहा , 'यूएन की जिम्मेदारी है कि कमजोर के साथ खड़े हों लेकिन वह हमेशा ताकतवर का ही साथ देता है। सवा अरब की आबादी आपकी तरफ देख रही है।' उन्होंने परमाणु हथियारों की धमकी देते हुए कहा कि दोनों तरफ परमाणु हथियार हैं। अगर युद्ध हुआ तो दोनों देशों के साथ पूरी दुनिया तबाह होगी। इमरान ने कहा, 'हम कश्मीर के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।'
मोदी ने की ऐतिहासिक गलतीः इमरान
इमरान खान ने कहा कि पीएम मोदी ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर ऐतिहासिक गलती की है। इससे कश्मीर पर दुनिया का ध्यान चला गया और मुद्दा अंतरराष्ट्रीय हो गया। उन्होंने संबोधन की शुरुआत आरएसएस को कोसते हुए की और कहा कि पहले की हुकूमत भी आरएसएस पर दहशतगर्दी का इल्जाम लगा चुकी है।