Advertisement
05 December 2015

अफगान में मौत की सड़क से गुजरते हुए डरते हैं हजारा समुदाय के लोग

गूगल

इस सड़क से मुसाफिरों को काबुल से हजाराजात ले जाने वाले चालक मोहम्मद हुसैन ने कहा, जब इससे गुजरते हैं तो डर के मारे मुंह सूख जाता है। हाजाराजात आफगानिस्तान के मध्य पहाड़ों का एक इलाका है, जहां पर हजारा समुदाय पारंपरिक रूप से रहता है। हुसैन ने कहा कि उसने इन सालों के दौरान यहां इतने लोगों के सिर कटे शव देखे हैं,जिनके बारे में उसने दावा किया कि उन्हें तालिबान ने मारा है। इस वजह से वह बीमार हो गया था और उसे बुरे ख्वाब आने लगे हैं।

 

राजमार्ग वारडक प्रांत से होकर निकलता है। इस प्रांत पर तालिबान की पकड़ है और सड़क के रास्ते बामयान जाने वाले दो मार्गों में से एक है। बामयान हजाराजात क्षेत्रा का प्रमुख शहर है और इसमें देशभर के हजारा समुदाय का केंद्र है। कई लोगों के लिए मौत की सड़क अभियोजन का एक प्रतीक है जिसका वे दशकों से सामना कर रहे हैं।

Advertisement

तालिबान के फिर से सिर उठाने की आशंका के बीच हाल में सिर कलम करने और अपहरण की घटनाओं और इस्लामिक स्टेट समूह के उदय की वजह से इस महीने के शुरू में हजारों लोग काबुल में अपने घरों से निकले। यह एक ऐसा दृश्य था जो राजधानी में बरसों से नहीं दिखा था।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोरसे
TAGS: अफगानिस्तान, हजारा अल्पसंख्यक, तालिबान
OUTLOOK 05 December, 2015
Advertisement