आसियान सम्मेलन में आोजित 'रामकथा' का ट्रंप, आबे और पीएम मोदी सहित कई नेताओं ने लिया आनंद
फिलीपींस की राजधानी मनीला में सोमवार यानी आज से तीन दिनों तक चलने वाले 31वें आसियान सम्मेलन का भव्य आयोजन हुआ। सम्मेलन के भव्य उद्घाटन समारोह में संगीतमय रामायण ने दुनियाभर के नेताओं का मनमोह लिया।कलाकारों ने फिलीपींस के सांस्कृतिक जुड़ाव को बेहद सुन्दरता से पेश किया।
वहीं, दस देशों वाले इस संगठन के शिखर सम्मेलन के लिए मनीला पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग, जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और अन्य आसियान देशों के नेताओं ने सांस्कृतिक केन्द्र में आयोजित भव्य उद्घाटन समारोह का लुत्फ उठाया।
उद्घाटन के लिए तैयार किया गया रामायण का मंच
रामायण का मंच बैले कंपनी ‘राम हरी’ ने किया और इस दौरान कंपनी मौजूद सभी लोगों से अपने काम के लिए प्रशंसा बटोरी। फिलीपीन में रामायण को ‘महारादिया लावना’ कहते हैं, जिसका अर्थ है राजा रावण। फिलीपीन का प्रसिद्ध नृत्य ‘सिंगकिल’ भी रामायण पर ही आधारित है।
The Ramayana is widely popular among ASEAN nations. I compliment the cast and crew of Rama Hari for their stupendous performance at the ASEAN Summit. pic.twitter.com/umf3aRTwwO
— Narendra Modi (@narendramodi) November 13, 2017
आज होगी पीएम मोदी और ट्रंप की मुलाकात
सोमवार को सम्मेलन से अलग पीएम मोदी और ट्रंप की द्विपक्षीय मुलाकात हो सकती है। पीएम मोदी आज फिलीपींस के राष्ट्रपति रॉबर्ट दुतेर्ते से भी मुलाकात करेंगे। बता दें कि इस सम्मेलन में 10 प्रभावशाली देशों के राष्ट्राध्यक्ष हर वर्ष शिरकत करते हैं। आसियान में ब्रुनेइ कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और विएतनाम जैसे देश शामिल हैं।
मंगलवार को पीएम करेंगे संबोधित
मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों को मंगलवार को संबोधित करेंगे। वह आसियान की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में भी भाग लेंगे। कट्टरता से मुकाबला करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करने के भारत के प्रस्ताव पर भी चर्चा होने की संभावना है। भारत इसके लिए तारीख तय करना चाहता है।
पीएम नरेंद्र मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद और उग्रवाद की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए एक वैश्विक दृष्टिकोण तय किए जाने की भारत की मांग दोहराने के साथ क्षेत्रीय व्यापार बढ़ाने के लिए कदम उठाने पर जोर दे सकते हैं।
मनीला रवाना होने से पहले पीएम ने दिया था ये बयान
मनीला रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने एक आधिकारिक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था, यह मेरी फिलीपींस की पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जहां मैं आसियान-भारत सम्मेलन और ईस्ट एशिया सम्मेलनों में हिस्सा लूंगा। मोदी का मानना है कि इन सम्मेलनों में हिस्सा लेना भारत की आसियान देशों के साथ संबंध मजबूत करने के की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी के बाद मोदी पहले ऐसे पीएम हैं जो मनीला गए हैं और ऐसे में कोई भारतीय पीएम है, जो 36 वर्षों बाद मनीला पहुंचा है। आसियान यानी एसोसिएशन ऑफ साउथ ईस्ट एशियन नेशंस, 10 देशों का वह संगठन है जिसे आपसी व्यापार और रक्षा संबंधों को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू किया गया था।