क्रिप्टोकरंसी फर्म के सीईओ की मौत से निवेशकों के 974 करोड़ रुपये हुए लॉक
कनाडा के डिजिटल प्लेटफॉर्म क्वाड्रिगा के संस्थापक की मौत के बाद लगभग 180 मिलियन कनाडाई डॉलर मूल्य की क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज के खाते में फंस गई हैं। एक्सचेंज के संस्थापक एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो उसके सभी पासवर्ड जानते थे। दिसंबर महीने में उनकी अचानक मौत हो गई। पिछले सप्ताह क्वाड्रिगा ने कनाडा के कोर्ट में क्रेडिट प्रोटेक्शन की अर्जी दाखिल की तो क्रिप्टोकरंसी लॉक होने की जानकारी सामने आई।
रॉयटर्स के मुताबिक, अब उनकी मौत के बाद उनके कस्टमर अपने एकाउंट को एक्सेस नहीं कर पा रहे हैं। दरअसल, गेराल्ड का लैपटॉप, ईमेल एड्रेस और मैसेजिंग सिस्टम सब कुछ एनक्रिप्टेड है। उनके अलावा पासवर्ड की और को जानकारी भी नहीं है क्योंकि सारे फंड को वह अकेले ही हैंडिल करते थे। उनकी ये चिंता भी जायज़ भी थी क्योंकि पिछले साल ही दुनिया के सबसे ज्यादा एक्टिव डिजिटल एक्सचेंजों को हैक करने को लेकर कम से कम पांच बड़े हमले हो चुके हैं।
भारत में हुई थी मौत
क्वाड्रिगा सीएक्स के फसबुक पेज पर बताया गया कि कंपनी के संस्थापक गेराल्ड कॉटन की भारत में एक अनाथालय में कार्यक्रम में हिस्सा लेने के दौरान क्रोन रोग (आंत से जुड़ी एक बीमारी) में जटिलताओं के चलते मौत हो गई। कंपनी ने 14 जनवरी को 30 वर्षीय कॉटन की मौत की घोषणा की।
एक्सचेंज पर कुल 3,63,000 यूजर हैं पंजीकृत
एक्सचेंज बिटकॉइन, लाइटकॉइन और इथीरियम में कारोबार की सुविधा देता है और कंपनी ने पिछले सप्ताह नोवा स्कॉटिया सुप्रीम कोर्ट में निवेशकों की सुरक्षा के लिए याचिका दायर की है। कंपनी की तरफ से कॉटन की विधवा पत्नी जेनिफर रॉबर्टसन द्वारा दायर हलफनामे में बताया कि क्वाड्रिगा एक्सचेंज पर कुल 3,63,000 यूजर पंजीकृत हैं और क्रिप्टोकरेंसी की कुल कीमत 25 करोड़ कनाडाई डॉलर के बराबर है।
कोर्ट में क्रेडिट प्रोटेक्शन की अपील दायर
गेराल्ड की पत्नी जेनिफर राबर्टसन ने कनाडा की एक कोर्ट में क्रेडिट प्रोटेक्शन की अपील दायर की है। 31 जनवरी 2018 को क्वाड्रिगा सीएक्स ने अपनी वेबसाइट के माध्यम से नोवा स्कॉटिया सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि उन्हें अनुमति दी जाए, जिससे वह अपनी आर्थिक समस्या को हल कर सकें। कंपनी ने अपने बयान में कहा, 'पिछले कुछ हफ्तों से हमने अपनी आर्थिक समस्या को हल करने की कई कोशिशें की हैं। हमने क्रिप्टोकरंसी अकाउंट का पता लगाने और उसे सुरक्षित करने की कोशिश की है। हमें अपने कस्टमर्स को उनके डिपॉजिट के हिसाब से पैसा देना है लेकिन हम ऐसा करने में असमर्थ हैं क्योंकि हम उस अकाउंट को ही ऐक्सेस नहीं कर पा रहे हैं।'