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13 April 2015

हैकरों ने किया बेल्जियम के प्रेस समूह पर हमला

गूगल

इस बात का तत्काल कोई संकेत नहीं मिला है कि ये घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं या इसका बुधवार को फ्रांसीसी चैनल टीवी5 मोंदे के खिलाफ हुए बड़े साइबर हमले से कोई संबंध है। फ्रांसीसी चैनल पर हमले के बारे में फ्रांस ने कहा है कि यह साइबर हमला संभवत: आतंकवादी हमला था। ले सोइ समाचार पत्र के प्रमुख दिदीयर हमान्न ने कहा कि रविवार को समाचार पत्र एक हमले का शिकार हुआ।

उन्होंने फ्रांसीसी टेलीविजन चैनल और शुक्रवार को दक्षिणी बेल्जियम में वालोनियाई क्षेत्रीय सरकार की एक समाचार वेबसाइट पर कब्जा किए जाने की घटनाओं का जिक्र करते हुए ट्विटर पर अपने संदेश में कहा, टीवी5 या आरडब्ल्यू घटनाओं से संबंध होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। हमान्न ने बेल्गा समाचार संवाद समिति से कहा, हम यह निर्धारित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हमला कहां से हुआ।

उन्होंने कहा, हमें नियमित रूप से निशाना बनाया जा रहा है। इससे पहले इन हमलों को शीघ्र नियंत्रित कर लिया गया था लेकिन इस मामले में फायरवाल सामान्य रूप से काम नहीं कर रहे। ले सोइ रोसेल ग्रुप के मालिकाना हक वाला समाचार पत्र है।

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इसकी वेबसाइट भारतीय समयानुसार रविवार रात 11 बजे से उपलब्ध नहीं थी। रोसेल ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी एरिक मालरेन ने कहा, ले सोइ पर साइबर हमला हुआ है लेकिन हमारे पास इस समय और अधिक जानकारी नहीं है

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TAGS: बेल्जियम, हैकर, आतंकवाद, ट्यूनीशिया, साइबर हमला, फ्रांसीसी चैनल, टीवी5 मोंदे, दिदीयर हमान्न
OUTLOOK 13 April, 2015
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