दुनिया भर में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 3 लाख 87 हजार के पार, स्पेन ने बढ़ाया आपातकाल
दुनिया भर में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। अब संक्रमण के मामले बढ़कर 6,568,644 हो गए हैं। जबकि 387,959 लोग इसकी वजह से अपनी जानें गवां चुके हैं। फिलहाल सक्रिय मामलों की संख्या 3,011,421 है। जबकि 3,169,264 लोग ठीक भी हो चुके हैं।
स्पेन ने आपातकाल बढ़ाया
स्पेन की सरकार ने कोरोना वायरस के कारण देश में लागू आपातकाल को 21 जून तक के लिए बढ़ा दिया है। इसे आपातकाल में आखिरी विस्तार माना जा रहा है। स्पेन की मध्यपंथी मुख्य विपक्षी पार्टी और दक्षिणपंथी वोक्स पार्टी ने आपातकाल लगाए जाने का विरोध किया है। विपक्षी पार्टियों ने महामारी के दौरान समाजवादी प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ की नीतियों की भी कड़ी आलोचना की है। जबकि प्रधानमंत्री का कहना है कि विपक्षी पार्टियां नफ़रत की राजनीति का शिकार न हों। स्पेन कोरोना संक्रमण से विश्व में सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है। हालांकि हाल के दिनों में यहां कोरोना वायरस कुछ हद तक नियंत्रित हुआ है।
चीन में कोरोना के नए केस
गुरुवार को चीन में कोरोना वायरस का एक नया केस दर्ज किया गया। यहां चार ऐसे मामले भी सामने आए हैं जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं थे। ये मामले तीन जून के हैं। नेशनल हेल्थ कमीशन ने बताया है कि ये सभी मामले बाहर से आए लोगों के हैं। इन लोगों ने हाल में विदेश यात्राएं की थी। 2 जून को भी चीन में कोरोना संक्रमण के 5 मामलों की पुष्टि हुई थी जिनमें 4 लोगों में वायरस के लक्षण नहीं थे। चीन संक्रमण के मामलों का रिकॉर्ड दर्ज करते वक़्त उन लोगों की गणना नहीं करता, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं दिखाई देते। चीन में अब तक कोरोना संक्रमण के 84,159 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। वहां 4,638 लोगों की कोविड-19 से मौत भी हुई है।
फिर से शुरू होगा हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का ट्रायल
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन के क्लिनिकल ट्रायल को एक हफ्ते के अंतराल के बाद फिर से इजाजत दे दी है। कोरोना वायरस के मरीज़ों के इलाज में इस मलेरिया की इस दवा का उपयोग किया जा रहा है। हालांकि एक रिसर्च रिपोर्ट में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर प्रश्न उठाए गए थे जिसके बाद डब्ल्यूएचओ ने इसका क्लीनिकल ट्रायल रोक दिया था। समीक्षा के बाद फिर से क्लिनिकल ट्रायल शुरू किया जा रहा है। ये ट्रायल पैंतीस देशों के कोरोना मरीज़ों पर हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ज़ोर देकर कहा था कि ये दवा कोरोनावायरस के इलाज में कारगर हो सकती है।
उत्तर कोरिया में प्राइमरी खुले स्कूल
उत्तर कोरिया में प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए कक्षाएं शुरू हो गई हैं। देश में शिक्षा सत्र अप्रैल में शुरू होता है मगर कोरोना संक्रमण के कारण इसे टाल दिया गया था।पड़ोसी देश चीन में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद उत्तर कोरिया ने अपनी सीमाओं को सील कर दिया था और बाहर से लोगों के आने पर रोक लगा दी थी। उत्तर कोरिया ने दुनिया में सबसे पहले लॉकडाउन लागू किया था। उत्तर कोरिया ने कोरोना संक्रमण के एक भी मामले की पुष्टि नहीं की है। हालांकि विशेषज्ञ उत्तर कोरिया के इस दावे पर प्रश्न उठाते रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया में अर्थव्यवस्था को उबारने का प्रयास
कोरोना महामारी से जूझ रहे ऑस्ट्रेलिया में सरकार ने कहा है कि विनिर्माण उद्योग को उबारने के लिए ज़रूरतमंद नागरिकों को 25 हज़ार ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की सहायता करेगी। भारतीय मुद्रा में रकम 13 लाख रुपये से अधिक की बनती है। ऑस्ट्रेलिया पिछले तीन दशकों में पहली बार मंदी झेल रहा है। होमबिल्डर नाम से दिए इस राहत पैकेज के लिए 680 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का प्रावधान किया गया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन ने गुरुवार को कहा कि ये आर्थिक पैकेज नौकरियां दिलाने में सहयोग करेगा, इससे लोग अपने परिवार के लिए घर बना पाएंगे जो कई ऑस्ट्रेलियाई लोगों का ख्वाब है। उन्होंने कैनबेरा में कहा, "हम उस ख्वाब को ज़िंदा रखना चाहते हैं, उनके लिए... जो लोग इस सेक्टर पर निर्भर हैं, उनके लिए नौकरियों के अवसर बनेंगे।"
ऑस्ट्रिया आज से अपनी सीमाएं खोल देगा
ऑस्ट्रिया गुरुवार से इटली को छोड़कर सभी पड़ोसी देशों से लगी अपनी सीमाएं खोल रहा है। ऑस्ट्रिया ने ये ऐलान जर्मनी के यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के साथ अपनी सीमाओं को 15 जून से खोलने की घोषणा करने के बाद की है। ऑस्ट्रिया के विदेश मंत्री का कहना है कि इटली में फिलहाल कोरोना संक्रमण मामलों की संख्या अधिक है और वहां से यात्रा की इजाजत अभी नहीं दी जा सकती है। हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि ऑस्ट्रिया इटली से लगी अपनी सीमा को जल्द से जल्द खोलना चाहता है। बता दें कि इटली वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में 6वें नंबर पर है।