यमन में हूती विद्रोहियों पर हमले की योजना लीक होने को ट्रंप ने नहीं दी तवज्जो
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस महीने यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ सैन्य हमले की संवेदनशील योजनाओं के बारे में एक ‘ग्रुप चैट’ में संदेश भेजे जाने को अधिक महत्व नहीं देते हुए कहा कि यह उनके प्रशासन की ‘‘दो महीनों में एकमात्र गड़बड़ी’’ है।
डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसदों ने अत्यधिक संवेदनशील जानकारी के लीक होने के लिए ट्रंप प्रशासन की आलोचना की थी।
ट्रंप ने एनबीसी न्यूज से कहा कि यह चूक “गंभीर नहीं है।” उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज के प्रति निरंतर समर्थन व्यक्त किया।
‘द अटलांटिक’ द्वारा सोमवार को ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक लेख के अनुसार, वाल्ट्ज ने गलती से पत्रिका के प्रधान संपादक जेफरी गोल्डबर्ग को उस चैट में जोड़ दिया था, जिसमें 18 वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी हमले की योजना पर चर्चा कर रहे थे।
ट्रंप ने कहा, ‘‘माइकल वाल्ट्ज ने सबक सीख लिया है और वह एक अच्छे इंसान हैं।’’ उन्होंने गोल्डबर्ग को इस ग्रुप में शामिल करने के लिए वाल्ट्ज के एक अनाम सहयोगी को भी दोषी बताया। उन्होंने कहा, ‘‘यह व्यक्ति माइकल का परिचित था। एक कर्मचारी के पास उसका नंबर था।’’