मुंबई हमले के 7 साल बाद भारत-पाक समग्र वार्ता को तैयार
इस्लामाबाद में एक प्रेस कांफ्रेस के दौरान दोनों देशों के बीच समग्र वार्ता शुरू करने का ऐलान करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि यह फैसला गत रविवार को बैंकॉक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की आतंकवाद पर हुई बातचीत का नतीजा है। सुषमा स्वराज और सरताज अजीज की ओर से जारी साझा बयान में आतंकवाद की निंदा करते हुए इसे मिटाने के लिए आपसी सहयोग का संकल्प लिया गया है। इस बयान में पाकिस्तान ने मुंबई हमलों से जुड़े मामलों की सुनवाई को जल्द नतीजे तक पहुंचाने का भरोसा भी दिलाया है। गौरतलब है कि मुंबई हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच वार्ता शुरू करने की कोशिशें तीन साल पहले सीमा पर भारतीय सैनिकों की हत्याओं की वजह से पूरी तरह थम गई थीं।
पेरिस में 10 दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष नवाज शरीफ के बीच मुलाकात के बाद से दोनों देशों के बीच कई सकारात्मक घटनाक्रम देखने को मिले। इससे पहले जुलाई में रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ के बीच हुई मुलाकात के बाद दोनों के बीच बातचीत की आशा जगी थी और अगस्त में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच बैठक तय हुई। लेकिन पाकिस्तानी राजदूत द्वारा हुर्रियत नेताओं को दिल्ल्ाी बुलाने के मसले पर यह बैठक आखिरी समय में रद्द कर दी गई थी। गत रविवार को भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अचानक बैंकॉक में मिले जिसके बाद अब समग्र वार्ता का ऐलान हुआ है। कुल मिलाकर नरेंद्र मोदी सरकार आने के बाद से पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते काफी उतार-चढ़ाव से गुजर रहे हैं। अगले साल पीएम मोदी सार्क सम्मेलन में शामिल होने के लिए पाकिस्तान जाएंगे जो 12 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पाकिस्तान यात्रा होगी।
जल्द मिलेंगे दोनों देशों के विदेश सचिव
समग्र वार्ता के तौर-तरीके और कार्यक्रम तय करने के लिए भारत और पाकिस्तान के विदेश सचिव जल्द मुलाकात करेंगे। सुषमा स्वराज ने कहा कि समग्र द्वपक्षीय वार्ता (सीबीडी) की प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाना है इस बारे में हमारे विदेश सचिवों की बैठक में फैसला किया जाएगा। विदेश सचिव इस प्रक्रिया के तौर-तरीके और कार्यक्रम पर काम करेंगे। इसमें समग्र वार्ता में शामिल बातों के अतिरिक्त भी कुछ अवयव होंगे। बैंकॉक में आतंकवाद और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक को सफल बताते हुए साझा बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार आतंकवाद से संबंधित सभी मुद्दों का समाधन करना जारी रखेंगे।
पाकिस्तान के मुद्दे पर संसद में घिरेगी सरकार
अपनी पाकिस्तान यात्रा के दौरान समग्र वार्ता का ऐलान करने में कामयाब रही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के सामने अब इस कदम के बारे में देश को समझाने की चुनौती रहेगी। सरकार के पाकिस्तान के साथ वार्ता शुरू करने के फैसले पर कई सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही है कि पाकिस्तान के रुख में ऐसा क्या बदलाव आया है जिस वजह से द्वपक्षीय वार्ता शुरू की जा रही है। मुंबई हमले की सुनवाई में तेजी लाने के लिए पाकिस्तान ने जिस तरह का आश्वासन दिया है ऐसा भरोसा वह लंबे समय से देता आ रहा है। इसमें कोई नई बात नजर नहीं आती। खासकर मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद और जकी उर रहमान लखवी को सजा देने के मुद्दे पर पाकिस्तान ने साझा बयान में कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है। पाकिस्तान के साथ अचानक समग्र वार्ता शुरू करने के फैसले पर विपक्ष सरकार को संसद में घेरने की पूरी कोशिश करेगा।
हुर्रियत ने भारत-पाक वार्ता की सराहना की
हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की प्रक्रिया बहाल होने का स्वागत करते हुए अपना रूख दोहराया कि कश्मीर मुद्दे के समाधान पर कोई भी बातचीत कश्मीरियों को शामिल किए बिना अधूरी रहेगी। हुर्रियत प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक ने यहां मानवाधिकार पर आयोजित एक संगोष्ठी में कहा, हम बैंकाॅक में भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत बहाल होने तथा विदेश मंत्राी सुषमा स्वराज के पाकिस्तान की यात्रा के साथ बातचीत को लेकर आगे बढ़ने का स्वागत करते हैं।