भारत-पाकिस्तान के बीच वार्ता गतिरोध टूटा
मोदी और शरीफ ने एक वर्ष से भी अधिक समय के अंतराल पर हुई पहली द्विपक्षीय वार्ता के तहत आज यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखर बैठक से इतर करीब एक घंटे तक बैठक की और दोनों देशों के जुड़े मुद्दों के सभी आयामों पर चर्चा की। सूत्रों के अनुसार दोनों देशों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता अगस्त या सितंबर में हो सकती है।
एक महत्वपूर्ण पहल के तहत विदेश सचिव एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश सचिव एजाज अहमद चौधरी ने संयुक्त संवाददाता सम्मेलन बुलाया और उसमें संयुक्त बयान को पढ़ा। संयुक्त बयान में दोनों नेताओं के बीच हुई बैठक के परिणामों को बताया गया है।
मोदी ने पाकिस्तान में अगले साल होने वाले दक्षेस शिखर सम्मेलन में शामिल होने के शरीफ के निमंत्राण को स्वीकार कर लिया। संयुक्त बयान के अनुसार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और उनके पाकिस्तानी समकक्ष सरताज अजीज नई दिल्ली में भेंट करेंगे और आतंकवाद से जुड़े सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
बयान में कहा गया है कि दोनों पक्ष मुम्बई पर आतंकी हमले के मुकदमे को तेज करने के रास्तों पर चर्चा करने और साथ ही आवाज के नमूनों उपलब्ध कराने सहित अतिरिक्त सूचना प्रदान करने पर भी सहमत हुए।
मोदी और शरीफ के बीच पिछली द्विपक्षीय वार्ता पिछले साल मई में नई दिल्ली में उस समय हुई थी जब पाकिस्तानी प्रधानमंत्री, नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने आए थे। पिछले वर्ष नवंबर में काठमांडो में दक्षेस शिखर सम्मेलन में दोनों के बीच केवल अभिवादनों का आदान प्रदान हुआ था।
जयशंकर और चौधरी ने एक पन्ने के संयुक्त बयान को बारी-बारी से पढ़ा लेकिन उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया। दोनों नेताओं के बीच बैठक के दौरान आतंकवाद के सभी स्वरूपों की निंदा चर्चा का मुख्य बिंदू रहा और दोनों पक्ष दक्षिण एशिया से आतंकवाद को समाप्त करने में एक दूसरे से सहयोग करने पर सहमत हुए।
बयान में कहा गया, वे इस बात पर सहमत हुए कि शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए भारत और पाकिस्तान की संयुक्त जिम्मेदारी है। ऐसा करने के लिए वे सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं।
दोनों पक्ष बीएसएफ महानिदेशक और पाकिस्तान रेंजर्स के महानिदेशक के बीच जल्द बैठक बुलाने और इसके बाद महानिदेशक मिलेट्री ऑपरेशन (डीजीएमओ) स्तरीय वार्ता पर सहमत हुए। दोनों देशों ने 15 दिन के भीतर एक दूसरे के यहां हिरासत में रखे गए मछुआरों और पकड़ी गई नौकाओं को छोड़ने का निर्णय किया।
दोनों पक्ष पांच सूत्रीय कदम उठाए जाने के तहत धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने का एक तंत्र बनायेंगे। गहरे स्लेटी रंग का बंदगला सूट पहने मोदी ने वार्ता शुरू होने से पहले शरीफ की आगवानी की और दोनों देशों के नेताओं ने बहुत ही गर्मजोशी से एक दूसरे से हाथ मिलाया और उपस्थित फोटोग्राफरों को इस घड़ी को उनके कैमरों में कैद करने का मौका दिया।
बयान में कहा गया है कि बैठक बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय और क्षेत्रीय हितों के मुद्दों पर विचारों का आदान प्रदान किया।