विदेश में गृहस्थी बसाने में भारतीय सबसे आगे
विदेशों में रहने वाले लोगों के मामले में भारत सबसे आगे है। इस साल 1.70 करोड़ भारतीय अपना देश छोड़कर अन्य देशों में जाकर बसे हैं। इनमें से 50 लाख लोग खाड़ी क्षेत्रों में रहते हैं। संयुक्त राष्ट्र की नई रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है।
2017 के लिए जारी की गई अंतरराष्ट्रीय प्रवास रिपोर्ट के मुताबिक मेक्सिको, रूस, चीन, बांग्लादेश, सीरिया, पाकिस्तान और यूक्रेन की भी बड़ी आबादी विदेशों में रहती हैं। इन देशों के 60 लाख से 1.10 करोड़ लोग दूसरे देश में निवास करते हैं। भारत के बाद मेक्सिको दूसरे नंबर पर है, जहां के 1.30 करोड़ लोग विदेशों में रहते हैं। बड़ी प्रवासी जनसंख्या वाले अन्य देशों में रूस जिसके एक करोड़ दस लाख लोग, चीन जिसके एक करोड़ लोग, बांग्लादेश और सीरिया के सत्तर लाख लोग और पाकिस्तान एवं यूक्रेन के साठ-साठ लाख लोग अपना देश छोड़कर दूसरे देशों में बसे हैं।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के प्रवासी कई देशों में निवास करते हैं जिनमें संयुक्त अरब अमीरात में 30 लाख लोग, अमेरिका और सउदी अरब में 20-20 लाख लोग रहते हैं। रिपोर्ट में करीब 25.80 करोड़ लोगों के अपने जन्म के देश को छोड़कर दूसरे देशों में बसने का अनुमान लगाया गया है। वर्ष 2000 के बाद से इन आंकड़ों में 49 प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है।
रिपोर्ट में सतत विकास के 2030 के एजेंडा को लागू करने के लिहाज से इसे चिंता का विषय बताया गया है। 2000 -2015 के बीच प्रवासन के कारण उत्तरी अमेरिका की आबादी में 42 और ओसियाना की आबादी में 31 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया था। इसी दौरान प्रवासियों को इजाजत नहीं देने के कारण यूरोप की आबादी में गिरावट दर्ज की गई थी।