संबंधों में मजबूती के लिए पीएम ने की सऊदी अरब के शाह से चर्चा
सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वहां के शाह से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उर्जा संसाधनों से संपन्न सऊदी अरब भारत का सबसे बड़ा कच्चे तेल का आपूर्तिकर्ता है और कुल आयात के 20 प्रतिशत जरूरतों को पूरा करता है। इसे देखते हुए दोनों पक्षों ने इस क्षेत्र में सहयोग को और व्यापक बनाने पर चर्चा की। पीएम मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव सऊदी अरब की दो दिवसीय यात्रा पर शनिवार को रियाद पहुंचे। कल यहां पहुंचने पर उनका रॉयल कोर्ट में भव्य स्वागत किया गया। शाह के साथ बातचीत से पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री अब्देल अल जुबैर ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मुलाकात कर आपसी हितों के विभिन्न विषयों पर चर्चा की। वहां के स्वास्थ्य मंत्री और सऊदी अरब की राष्ट्रीय तेल कंपनी अरामको के प्रमुख खालिद ए अल फलीह ने भी मोदी से मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि अरामको भारत को निवेश के लिए सबसे उपयुक्त देश के रूप में देखता है।
पिछले सात महीने में मोदी की खाड़ी क्षेत्र की यह दूसरी यात्रा है। यह क्षेत्र भारत के लिए सामरिक महत्व का है जहां देश के 80 लाख लोग रहते हैं और यह भारत की उर्जा सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। पिछले वर्ष वह अगस्त में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर गए थे। सऊदी अरब का उर्जा क्षेत्र में भारत के साथ सहयोग बढ़ने के साथ दोनों देशों के रिश्ते पिछले दो दशकों में लगातार बढ़ते रहे हैं। सऊदी अरब के 30 सीईओ तथा भारतीय उद्योगपतियों से बातचीत करते हुए पीएम ने कहा कि केंद्र ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर बैंकों के बिजली क्षेत्र में फंसे कर्ज को लेने का काम किया है। हम अब निजी कंपनियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। उस पर भी हमने तेजी से प्रगति की है। इसीलिए निकट भविष्य में एनपीए यानी फंसे कर्ज का मुद्दा कोई समस्या नहीं होगा। मोदी ने कहा कि कई विदेशी बैंक भारत में काम कर रहे हैं और आने वाले समय में जो भी जरूरत होगी, सरकार करेगी।
पीएम ने कहा कि भारत और सऊदी अरब पुराने मित्र हैं और दोनों सुनहरे भविष्य के लिए साहसिक नए कदम उठाने को तैयार हैं। भारत अनूठी स्थित में है जहां लोकतंत्र, युवा आबादी और मांग का मेल है और वृद्धि को गति देने के लिए कई नीतिगत पहल की गई है। उन्होंने कहा कि भारत में चिकित्सा उपकरणों के विनिर्माण में निवेश के लिए शानदार मौके हैं। भारत का स्वास्थ्य क्षेत्र वैश्विक रूप से लागत प्रतिस्पर्धी है और यह स्वास्थ्य पर्यटन के लिए अपार अवसर की पेशकश करता है। उन्होंने दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को निर्यात और आयात के संबंध से ऊपर ले जाते हुए इसे प्रौद्योगिकी स्थानांतरण और साझा निवेश के स्तर पर ले जाने का आह्वान किया। संबंधों में प्रगाढ़ता पर जोर देते हुए मोदी ने सुल्तान सलमान की इस बात को याद किया कि उन्हें एक भारतीय शिक्षक ने पढ़ाया है।