चीन के साथ 24 समझौतों पर हस्ताक्षर, विवादों पर व्यापार भारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी पीएम ली क्िवंग के बीच वार्ता के बाद शुक्रवार को इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। दूरदर्शन और सीसीटीवी के बीच प्रसारण को लेकर भी समझौता हुआ है। माना जा रहा है कि इन समझौतों के बाद भारत और चीन के बीच व्यापारिक संतुलन सुधारने में काफी मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने चीनी प्रधानमंत्री को भारत आने का न्योता भी दिया। प्रधानमंत्री मोदी चीन की यात्रा के दूसरे दिन जब चीनी प्रधानमंत्री से वार्ता के लिए यहां पहुंचे, तब ग्रेट हाल ऑफ पीपुल में उनका भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। पीएम मोदी शियान में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ शिखर वार्ता के बाद देर रात बीजिंग पहुंचे। मोदी प्रतिष्ठित त्सिंगुआ यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करेंगे और इसके बाद टेंपल ऑफ हैवन जाएंगे, जहां वह योगा-ताइची संयुक्त कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे। इसके बाद वह चीन दौरे के तीसरे चरण में शंघाई के लिए रवाना हो जाएंगे। इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात की।
ये हैं 24 समझौते
चेन्नई, चेंगदू में खुलेगा कॉन्सुलेट
शिक्षा के आदान-प्रदान में सहयोग
स्किल डेवलपमेंट पर सहयोग
चीन के सहयोग से अहमदाबाद में स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट खुलेगा
दोनों देशों की रेलवे के बीच एक्शन प्लान
व्यापार क्षेत्र में सहयोग
साथ मिलकर काम करेंगे दोनों देशों के विदेश मंत्रालय
खनन और खनिज क्षेत्र में सहयोग
अंतरिक्ष क्षेत्र में साथ मिलकर काम करेंगे
दूरदर्शन-CCTV का साझा प्रसारण होगा
पर्यटन क्षेत्र में सहयोग
आयात के क्षेत्र में सेफ़्टी रेगुलेशन
भारत-चीन के बीच बनेगा थिंक टैंक फ़ोरम
चीन के डेवलपमेंट रिसर्च सेंटर और नीति आयोग के बीच सहयोग
भूकंप विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में सहयोग
समुद्र विज्ञान के क्षेत्र में सहयोग
भू-विज्ञान क्षेत्र में सहयोग
भारत-चीन स्टेट लीडर्स फ़ोरम बनेगा
कर्नाटक, सिचुआन का साझा विकास
चेन्नई, चोंग्किंग का साझा विकास
हैदराबाद, चिंगदाओ का साझा विकास
औरंगाबाद, दूनहुआंग का साझा विकास
गांधीवादी अध्ययन के लिए सेंटर
भारत के सहयोग से चीन के कुमनिंग में खुलेगा योग कॉलेज
सीमा मुद्दे के विषय पर चर्चा हुई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी तीन दिनों की चीन यात्रा उत्तर पश्चिम शहर शियान से शुरू की थी, जो चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग का गृह नगर है और इस दौरान दोनों नेताओं के बीच आपसी विश्वास को मजबूत बनाने और सीमा मुद्दे पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली चीन यात्रा पर मोदी का चीनी राष्ट्रपति ने शानदार स्वागत किया। चीनी राष्ट्रपति शी ने सामान्य प्रोटोकॉल से हटकर बीजिंग से बाहर अपने गृह नगर शियान में पीएम मोदी के साथ बैठक की। आम तौर से चीनी राष्ट्रपति राजधानी बीजिंग में ही विदेशी मेहमानों से मिलते हैं।
इसे चीनी नेता की ओर से उस आचार व्यवहार का प्रत्युत्तर माना जा रहा है, जैसा शी की भारत यात्रा के दौरान मोदी ने अहमदाबाद में उनकी मेजबानी करते हुए किया था। दोनों नेताओं के रिश्तों में आपसी गर्माहट दिखने के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होते हुए आर्थिक कॉरिडोर के निर्माण में चीन की ओर से 46 अरब डॉलर के निवेश के विषय को भी उठाया। इस बारे में भारत अपना विरोध दर्ज करा चुका है। इस निवेश की घोषणा पिछले महीने शी की पाकिस्तान यात्रा के दौरान हुई थी।
भारत के नक्शे से कश्मीर व अरुणाचल प्रदेश गायब
मोदी की पहली चीन यात्रा के दौरान विवादित मुद्दों को ज्यादा महत्व नहीं दिया जा रहा है। दोनों देशों के बीच हुए समझौतों में अधिकांश व्यापार, विकास और सांस्कृति से संबंधित हैं। यहां तक कि मोदी की चीन यात्रा के दौरान ही चीन के टीवी चैनल सीसीटीवी ने ने भारत के नक्शे से कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश को गायब कर दिया। इस मुद्दे पर भी भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं। गौरतलब है कि चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का का हिस्सा बताता है जबकि भारत उसके इस दावे को सिरे से खारिज करता आया है।
मोदी ने शी को वाइबो पर धन्यवाद दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शियान में हुई शिखर वार्ता के लिए चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को धन्यवाद दिया और वहां सोशल मीडिया पोर्टल वेयबो पर इस यात्रा की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। वेयबो पर अपने एक पोस्ट में पीएम मोदी ने लिखा है कि राष्ट्रपति शी के साथ चर्चा लाभकारी रही है। उनको विशेष धन्यवाद। उन्होंने अपने चार फोटो भी पोस्ट किए, जिनमें से एक उनका, शी और एक बौद्ध भिक्षु का बौद्ध मंदिर में लिया गया चित्र है। पीएम मोदी ने चीन यात्रा से पहले पांच मई को वेयबो पर अपना एकाउंट खोला और अभी इस पर उनके 60 हजार से अधिक फॉलोवर हैं।
पीएम मोदी ने शी को दिए खास उपहार
तीन दिवसीय यात्रा पर चीन आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पत्थर की बौद्ध अवशेष मंजूषा की प्रतिकृति तथा भगवान बुद्ध की पत्थर की प्रतिमा भेंट की। इसके अलावा उन्होंने गुजरात के वडनगर में खुदाई के पुरातात्विक चित्र भी दिए। यह अवशेष 1957 में गुजरात के बडनगर से 80 किलोमीटर पूर्व देव-नी-मोरी में तीसरी-चौथी शताब्दी के स्तूप की खुदाई में प्राप्त हुए थे। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने 641 ईस्वी के आसपास वडनगर की यात्रा की थी। ह्वेनसांग ने अपने लेखों में इसे आनंदपुर बताया है और हाल की खुदाई में वडनगर में दूसरी शताब्दी ईस्वी में बौद्ध केंद्रों के फलने-फूलने के साक्ष्य मिले हैं। प्रधानमंत्री गुरुवार को वाइल्ड गूज पैगोडा देखने गए। इसी स्थान पर ह्वेनसांग ने भारत से लाए गए सूत्रों का वर्षों तक अनुवाद किया था।