कोरोना वायरस से दुनिया भर में अब तक 2,16,000 से ज्यादा की मौत, पुतिन ने रूस में बढ़ाया लॉकडाउन
कोरोना वायरस की महामारी से दुनिया भर में अब तक 2,16,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। संक्रमितों की कुल संख्या 31 लाख से अधिक हो गई है। अब तक दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के 31,14, 656 मामले सामने आए हैं और अब तक 2,16,989 लोगों की मौत हो चुकी है।
अमेरिका में 10 लाख से ज्यादा संक्रमित, रूस में 93 हजार से ज्यादा मामले
जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में कोविड-19 संक्रमण मामलों की कुल संख्या 10 लाख से ज़्यादा हो चुकी है। वहीं, ब्रिटेन में बुधवार से केयर होम्स में भर्ती सभी लोगों और स्टाफ़ का टेस्ट होगा भले ही उनमें कोरोना संक्रमण के लक्षण हों या नहीं। इस कदम से लाखों लोग टेस्टिंग के दायरे में आ जाएंगे।
जबकि फ़्रांस में 11 मई से लॉकडाउन की पाबंदियों में आंशिक छूट दी जाएगी लेकिन इसके साथ ही सार्वजनिक वाहनों और स्कूलों में मास्क लगाना अनिवार्य होगा। रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने स्वीकार किया है कि रूस में सुरक्षा किट और उपकरणों की कमी है। रूस में संक्रमण के 93 हज़ार से ज़्यादा मामले हैं और अब तक 867 लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग पांच सप्ताह तक घरों में बंद रहने के बाद न्यूज़ीलैंड के लोग अब सामान्य ज़िंदगी की ओर लौट रहे हैं। न्यूज़ीलैंड में लॉकडाउन तकरीबन समाप्त कर दिया गया है।
रूस में पीपीई की कमी, लॉकडाउन बढ़ा
रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने माना है कि उनके देश में कोरोना वायरस से बचाव के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) की कमी है। उनका कहना है कि बड़े स्तर पर उत्पादन और आयात करने के बावजूद उस कमी को पूरा नहीं किया जा सका है। पुतिन ने कहा है,"पहले की तुलना में हम अधिक उत्पादन कर रहे हैं लेकिन यह हमारी ज़रूरतों के हिसाब से अब भी पर्याप्त नहीं है।" उन्होंने कहा,“उत्पादन और आयात में वृद्धि करने के बावजूद अब भी चीज़ों की कमी है।” पुतिन ने बताया कि रूस में अभी मेडिकल स्टाफ़ के लिए हर रोज़ एक लाख प्रोटेक्टिव सूट तैयार किए जा रहे हैं। मार्च के महीने में हर रोज़ सिर्फ़ 3,000 प्रोटेक्टिव सूट तैयार किए जा रहे थे। मास्क भी अप्रैल के महीने में हर रोज़ दस गुना ज़्यादा बनाया जा रहा है। हर रोज़ अब 85 लाख मास्क बनाए जा रहे हैं। पुतिन ने चेतावनी दी है कि अभी रूस में कोरोना वायरस का संक्रमण अपने उच्चतम स्तर पर नहीं पहुँचा है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। रूस समेत दुनिया के कई देशों में स्वास्थ्य कर्मियों ने पीपीई की कमी की शिकायत की है। रूस में लॉकडाउन 11 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। हालांकि पुतिन ने पांच मई तक धीरे-धीरे लॉकडाउन में छूट देने की योजना को लेकर काम करने को कहा है, जो 12 मई से लागू की जाएगी। उन्होंने कहा है कि वायरस का ख़तरा अभी भी बरकरार है।
अमेरिका में वियतनाम युद्व से ज्यादा लोगों की मौत
अमेरिका में कोरोना वायरस से 58 हज़ार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक महीने से थोड़े ज़्यादा समय में 58,355 लोगों की मौत हुई है। यहां कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या दो दशक तक चले वियतनाम युद्ध के समय मारे गए लोगों से अधिक हो गई है। वियतनाम युद्ध के समय में 58,220 लोगों की मौत हुई थी। अमेरिकी राष्ट्रपति के मेडिकल एडवाइजरों में डॉ. एंथनी फुकी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अभी संकट टला नहीं है, उन्होंने कहा कि प्रभावी इलाज के बिना आने वाले महीनों में और लोगों की जानें जा सकती हैं।
न्यूजीलैंड संक्रमण रोकने में सफल : लॉकडाउन समाप्त करने के लिए फ्रांस, स्पेन ने बनायी योजना
कोरोना वायरस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित दो देश-फ्रांस और स्पेन ने लॉकडाउन खत्म करने के लिए मंगलवार को अलग-अलग योजनाएं सामने रखीं। वहीं, संक्रमण को रोकने की दिशा में न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया को बहुत हद तक कामयाबी मिली है। फ्रांस में राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों 11 मई से स्कूलों को फिर से खोलना चाहते हैं लेकिन अध्यापक, अभिभावक और कुछ मेयरों ने इस कदम पर चिंता प्रकट की है। सरकार ने कहा है कि यह अभिभावकों पर निर्भर करेगा कि वे अपने बच्चों को कक्षाओं में भेजें या नहीं। इस बारे में और विवरण प्रधानमंत्री मंगलवार को जारी करेंगे। इटली, स्पेन, फ्रांस और ब्रिटेन में प्रत्येक में 21-21 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। न्यूजीलैंड में मंगलवार को संक्रमण के महज तीन मामले सामने आए। प्रधानमंत्री जेंसिंडा अर्डर्न ने कहा कि संक्रमण की कड़ियां तोड़ने में लोगों ने सराहनीय काम किया है लेकिन आगे भी चौकस रहने की जरूरत है।
ब्राजील में यूरोप-अमेरिका की तरह पाबंदी लगाने की ज़रूरत नहीं: बोलसोनारो
दूसरी तरफ ब्राजील में संक्रमण फैलता जा रहा है। लेकिन ब्राजील में राष्ट्रपति जैर बोलसोनारो ने कहा है कि कोविड-19 कुछ-कुछ बुखार जैसा है और संक्रमण रोकने के लिए यूरोप तथा अमेरिका में लगायी गयी पाबंदी की तरह उपाय करने की जरूरत नहीं है। लातिन अमेरिका में सबसे घनी आबादी वाले देश ब्राजील में संक्रमण से 4,600 लोगों की मौत हुई है और 67,000 लोग संक्रमित हुए हैं। लेकिन बड़े स्तर पर जांच नहीं होने के कारण संक्रमण के कई मामलों के सामने नहीं आने की भी आशंका है। रियाे द जेनेराे और चार बड़े शहरों के चिकित्सा अधिकारी चेता चुके हैं कि उनके अस्पतालों की व्यवस्था ध्वस्त होने के कगार पर है। ऐसे भी संकेत हैं कि घर पर ही कई लोगों की मौत हुई है ।