दुनिया भर में कोरोना से 4 लाख से ज्यादा मौतें; बीजिंग और वुहान शहर के बीच हवाई सेवा शुरू
दुनियाभर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अब कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 7,323,516 हो गई है। जबकि
413,731 लोग इस वायरस के कारण दम तोड़ चुके हैं। इस समय सक्रिय मामलों का आंकड़ा 3,305,892 है। जबकि 3,603,893 लोग ठीक हो चुके हैं।
बीजिंग और वुहान के बीच हवाई सेवा शुरू
बीजिंग और वुहान शहर के बीच हवाई यात्राएं दोबारा शुरू हो गई हैं। वुहान शहर वो जगह है जहां कोरोना वायरस के सबसे शुरुआती मामले सामने आए थे। मंगलवार से यह हवाई सेवा शुरू हो गई। चीन के आधिकारिक समाचार पत्र के अनुसार, बीजिंग और हुबे प्रांत के वुहान शहर के बीच कमर्सिअल उड़ानें शुरू हो गई हैं। वुहान परिवहन प्राधिकरण के मुताबिक़, चाइना साउदर्न एयरलाइंस रोज़ाना राउंड ट्रिप के तहत उड़ान भरेगी। यह विमान वुहान से शाम चार बजे उड़ान भरेगा और उसके बाद शाम लगभग 6 बजकर 5 मिनट पर बीजिंग उतरेगा। लगभग एक घंटे के बाद यही विमान वहां से वापस लौटेगा। इस विमान सेवा से यात्रा करने वाले यात्रियों को 14 दिनों के क्वारंटीन के लिए नहीं जाना होगा।
ब्रिटेन में 41 हजार मौतें
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में संक्रमण के मामले बढ़कर 2 लाख 90 हज़ार के पार हो गए हैं। साथ ही मरने वालों की संख्या करीब 41 हज़ार हो गई है। ब्रिटेन के बिजनेस सेक्रेटरी आलोक शर्मा और हेल्थ एंड सेफ़्टी एक्ज़ीक्यूटिव की सीईओ साराह एल्बन ने संबोधित किया प्रेस ब्रीफ़िंग के जरिए जानकारी दी कि सोमवार से ग़ैर ज़रूरी चीज़ों की दुकानें खुल सकेंगी मगर उनके लिए कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जारी की गई गाइडलाइन्स का पालन करना होगा। जो दुकानदार गाइडलाइन्स का पालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। बार रेस्त्रां और पब को चार जुलाई से दोबारा खोले जाने की योजना है। सोशल डिस्टेंसिंग के तहत दो मीटर की दूरी बनाए रखने का नियम अब भी बना हुआ है। लेकिन इसकी समीक्षा की जा सकती है।
ब्राज़ील ने हटाए गए आंकड़ों को वापस जोड़ा, सुप्रीम कोर्ट ने दिया था आदेश
ब्राज़ील ने कोरोना वायरस संक्रमितों और कोविड19 से मरने वालों के आंकड़ों को दोबारा शामिल कर लिया है। मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को आंकड़ों के संदर्भ में निर्देश दिया था। लगभग दो दिन पूर्व ब्राज़ील के स्वास्थ्य मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट से कोरोना मरीज़ों की संख्या से जुड़े कई पन्नों को हटा दिया गया था जिसके बाद से ही ब्राज़ील की आलोचना हो रही थी। ब्राज़ील के स्वास्थ्य विभाग ने आंकड़ों को हटाने के साथ ही ये भी कहा था कि अब वे आगे भी संक्रमण के कुल आंकड़े जारी नहीं करेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी कोरोना संक्रमितों के आंकड़ों को लेकर ब्राज़ील से पारदर्शिता बरतने की अपील की थी।
पाकिस्तान को डब्ल्यूएचओ की सलाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने पाकिस्तान को सलाह दी है कि वो चिन्हित क्षेत्रों में ‘रुक-रुककर लॉकडाउन’ लागू करे। ऐसा इसलिए कहा गया है कि क्योंकि संगठन का मानना है कि पाकिस्तान ने उसकी शर्तों के हिसाब से प्रतिबंध नहीं हटाए हैं।
पेरू में मामले 2 लाख के पार
पेरू के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना वायरस संक्रमण के ताज़ा आंकड़े जारी किये हैं। जिसके अनुसार, पेरू में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़कर 203,736 हो गए हैं। पेरू में अब तक कोरोना वायरस की वजह से 5,738 लोगों की मौत भी हो चुकी है। पेरू में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला 6 मार्च को सामने आया था। ब्राज़ील के बाद लैटिन अमरीका में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले पेरू में ही हैं।
मेक्सिको में 35 हजार मौतों का अनुमान
मेक्सिको के उप-स्वास्थ्य मंत्री ने कहा है कि देश में अभी पीक आने में हफ़्तों हैं। मेक्सिको में अब तक 14,000 से अधिक लोगों की मौत हुई है और सरकार का अनुमान है कि अक्तूबर तक 35,000 मौतें होंगी।
एशियाई शांति पुरस्कार रद्द
कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते फिलीपीन का शांति पुरस्कार इस बार रद्द कर दिया गया है। यह तीसरी बार है जब एशिया का नोबेल पुरस्कार कहे जाने वाले इस वार्षिक सम्मान को पिछले छह दशकों में रद्द किया गया हो।रेमन मैगसायसाय पुरस्कार देने वाले मनीला स्थित फाउंडेशन ने मंगलवार को कहा कि “कोविड-19 ने पूरी दुनिया को सच में ठप कर दिया है और इसके कारण” उसके पास कोई विकल्प नहीं बचा है। इन पुरस्कारों को 1970 में आर्थिक संकट के चलते और 1990 में विनाशकारी भूकंप की वजह से पूर्व में भी रद्द किया जा चुका है। पुरस्कार का नाम फिलीपीन के प्रसिद्ध राष्ट्रपति के नाम पर रखा गया जिनकी 1957 में विमान हादसे में मौत हो गई थी। यह पुरस्कार एशिया के लोगों की नि:स्वार्थ सेवा के लिए लोगों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है।यह पुरस्कार प्राप्त कर चुकीं 330 से अधिक शख्सियतों में फिलीपीन के दिवंगत राष्ट्रपति कोराजोन एक्विनो और मदर टेरेसा शामिल हैं जिन्हें भारत में उनके धर्मार्थ कार्यों के लिए जाना जाता है।