अब दक्षिण कोरिया पहुंचे मोदी
भारत के लिए कोरियाई निवेश को आकर्षित करने के लिए उत्सुक मोदी इंडिया-रिपब्लिक ऑफ कोरिया सीईओज फोरम को संबोधित करेंगे। इस दौरान दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भी मौजूद रहेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री कुछ ऐसी कोरियाई कंपनियों के प्रमुखों के साथ बैठकें करेंगे, जो भारत में निवेश के इच्छुक हैं या पहले ही भारत में निवेश कर चुकी हैं।
दोनों देशों के बीच जहाज निर्माण के एक महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में उभरने के मद्देनजर प्रधानमंत्री हुंदई हेवी इंडस्ट्रीज पोत-कारखाने का भी दौरा करेंगे। मोदी की इस यात्रा का काफी महत्व दिया जा रहा है क्योंकि बीते साल में मई में भारत में सरकार बदलने के बाद से यह भारत और दक्षिणी कोरिया के बीच होने वाली पहली आधिकारिक वार्ता है।
दोनों देशों के बीच का दि्वपक्षीय व्यापार 16 अरब डॉलर का है और दोनों पक्ष इसे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। 300 कोरियाई कंपनियों ने भारत में लगभग तीन अरब डॉलर का निवेश किया हुआ है। इनके भारत में लगभग 40 हजार कर्मचारी हैं। भारत ने दक्षिणी कोरिया में लगभग दो अरब डॉलर का निवेश किया हुआ है। भारतीय कंपनियां कोरिया में दवा एवं आईटी उत्पादों के क्षेत्र में ज्यादा पहुंच बनाने के लिए प्रयासरत हैं।