कैटेलोनिया ही नहीं, बास्क कंट्री को भी चाहिए स्पेन से आजादी
स्पेन से अलग होने की जिद पर अड़ा कैटेलोनिया आज अपनी आजादी का ऐलान कर सकता है। सोमवार को राजधानी बार्सिलोना में लाखों लोगों के सड़क पर उतरने के कारण अलग राष्ट्र के गठन की वह घोषणा नहीं कर पाया था। लेकिन, स्पेन से अलग होने की बात करने वाला कैटेलोनिया इकलौता प्रांत नहीं है। कैटेलोनिया से सटे प्रांत बास्क कंट्री में भी आजादी की मांग उठती रहती है। यह अकेला एक ऐसा इलाका है, जो स्पेन सरकार को कर राजस्व नहीं देता।
फ्रांस की सीमा से सटे बास्क कंट्री की आबादी करीब 22 लाख है। स्पेन से अलग होने के लिए यहां एक बार हिंसक आंदोलन हो भी चुका है। पिछले 50 साल से जारी आजादी की लड़ाई में करीब 800 लोग मारे जा चुके हैं। तानाशाह फ्रांको के शासनकाल में इस क्षेत्र को बहुत दबाया गया था, जिससे यहां अलगाववाद की भावना पनपी। ज्यादा से ज्यादा स्वायत्तता प्रदान कर स्पेन इस जख्म को भरने की कोशिश कर रहा है। यही कारण है बास्क कंट्री अपने कर वसूली के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है।
विशेषज्ञों का मानना है कि कैटेलोनिया के अलग होने से बास्क कंट्री में भी आजादी की मांग जोर पकड़ सकती है। हालांकि स्पेन के लिए राहत की बात यह है कि केवल 17 फीसद बास्क ही फिलहाल आजादी चाहते हैं। हाल ही में ड्यूस्टो यूनिवर्सिटी की ओर से कराए गए सर्वे से यह तथ्य सामने आया है। सर्वे में बास्क कंट्री की आधे से भी कम जनता ने इस मुद्दे पर जनमत संग्रह के विचार का समर्थन किया।
स्पेन के इस राजनीतिक संकट की शुरुआत एक अक्टूबर को कैटेलोनिया में जनमत संग्रह से हुई थी। स्पेन के संवैधानिक न्यायालय द्वारा असंवैधानिक करार दिए जाने के बावजूद यह जनमत संग्रह कराया गया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें भी हुईं। कैटेलोनिया की सरकार ने नतीजों का ऐलान करते हुए कहा था कि 90 फीसद लोग स्पेन से अलग होने के पक्ष में है। गौर करने वाली बात यह है कि जनमत संग्रह में केवल 43 फीसद मतदान ही हुआ था।
वहीं, रायटर के मुताबिक, कैटेलोनिया हर साल स्पेन को 12 अरब डॉलर टैक्स देता है। स्पेन का करीब 25 फीसद निर्यात इसी प्रांत से होता है। जीडीपी में इसकी हिस्सेदारी तकरीबन 20 फीसद है। स्पेन पर लगभग 120 लाख करोड़ का कर्ज है। कैटेलोनिया से प्राप्त राजस्व का बड़ा हिस्सा स्पेन सरकार अपने कर्ज पाटने के लिए करती है। इसी कारण से 76 लाख की आबादी वाले इस प्रांत के बहुत से लोगों का मानना है कि स्पेन में उनके साथ भेदभाव हो रहा है।