जनता हरियाणा में भाजपा के ‘कुशासन’ के खिलाफ मतदान करेगी: कांग्रेस नेता का दावा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा है कि उनकी पार्टी हरियाणा विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने के लिए एकजुट होकर लड़ रही है और उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को ‘रात्रि चौकीदार’ के रूप में लाए जाने के बाद पार्टी में ‘आंतरिक कलह’ देखने को मिल रही है।
हरियाणा में मतदान की तारीख नजदीक आ रही है, ऐसे में भाजपा और कांग्रेस नेताओं के एक दूसरे पर हमले तेज हो गए हैं। दोनों प्रतिद्वंद्वी खेमे में ‘आतंरिक कलह’ का दावा कर रहे हैं।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बाजवा को कांग्रेस ने वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ पार्टी में मतभेद हैं और कुछ भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री बनने की अपनी इच्छा जाहिर की है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘भाजपा में अंदरूनी कलह है। नायब सिंह सैनी को रात्रि चौकीदार के रूप में लाया गया है। भाजपा ने सत्ता विरोधी लहर के कारण मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा नेता अनिल विज ने मुख्यमंत्री पद के लिए दावा किया है और पार्टी के अन्य नेता राव इंद्रजीत सिंह भी मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।’’
कांग्रेस की हरियाणा इकाई में गुटबाजी को लेकर भाजपा के दावे के बारे में पूछे जाने पर बाजवा ने कहा, ‘‘कोई आंतरिक लड़ाई नहीं है। भाजपा को हराने के लिए हम सभी मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ‘‘भारी जीत’’ दर्ज करेगी क्योंकि जनता भाजपा के 10 साल के ‘‘कुशासन’’ के खिलाफ मतदान करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की भारी जीत होगी। यह अभूतपूर्व होगा। लोग राज्य में भाजपा के 10 साल के कुशासन के खिलाफ मतदान करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा समाज के हर तबके के लिए ‘‘विफल’’ रही है और उसने हरियाणा के लोगों के लिए कुछ नहीं किया।
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता बाजवा ने दावा किया कि राज्य के युवा अग्निपथ योजना के मुद्दे पर राज्य सरकार से नाराज हैं जबकि किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए कानूनी गारंटी समेत अपनी कई मांगों को लेकर भाजपा के खिलाफ हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा के 10 साल के शासन के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है। हरियाणा की जनता उनसे (भाजपा) पूरी तरह नाराज है।’’ उन्होंने सैनी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘हरियाणा में बेरोजगारी सबसे बड़े मुद्दों में से एक है।’’
हरियाणा विधानसभा चुनाव अकेले लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) पर एक सवाल के जवाब में बाजवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी को ‘‘वोट कटवा’’ के रूप में देखा जाता है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन को लेकर बातचीत विफल रहने के बाद आप अकेले चुनाव लड़ रही है।
हरियाणा की 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए चुनाव पांच अक्टूबर को होगा और मतों की गिनती आठ अक्टूबर को होगी।