फ्रांस दौरे के बाद यूएई पहुंचे पीएम मोदी, अबू धाबी के क्राउन प्रिंस अल नाहयान से मुलाकात की
शनिवार को अपनी दो देशों की यात्रा के अंतिम चरण की शुरुआत करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात की। इससे पहले, अबू धाबी पहुंचने पर क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद ने उनका हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
स्वागत के पश्चात पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, "आज हवाई अड्डे पर मेरा स्वागत करने के लिए क्राउन प्रिंस एचएच शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का आभारी हूं।" विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औपचारिक स्वागत के लिए अबू धाबी पहुंचे। अबू धाबी के क्राउन प्रिंस महामहिम शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने हवाई अड्डे पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।"
बता दें कि यात्रा के दौरान पीएम मोदी महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात करेंगे। वह फ्रांस की अपनी दो दिवसीय यात्रा के समापन के बाद शनिवार को संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना हुए। पीएम मोदी ने अपनी फ्रांस यात्रा को "यादगार" बताया।
उन्होंने कहा कि बैस्टिल दिवस समारोह में भाग लेने के कारण भी यह उल्लेखनीय था। उन्होंने गर्मजोशी और आतिथ्य के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ फ्रांस के लोगों का भी आभार व्यक्त किया। गौरतलब है कि पीएम मोदी शुक्रवार को बैस्टिल दिवस समारोह में शिरकत करने पहुंचे थे। उन्होंने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के निमंत्रण पर फ्रांस का दौरा किया।
पीएमओ द्वारा जारी बयान में कहा गया, "भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर, एक सैन्य बैंड के नेतृत्व में 241 सदस्यीय त्रि-सेवा भारतीय सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने भी परेड में भाग लिया।" इधर, पीएम मोदी के अबू धाबी पहुंचने के कुछ घंटे पहले संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कहा, "भारत के साथ उसकी आर्थिक साझेदारी "दोनों देशों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है"।
एएनआई ने एक साक्षात्कार के हवाले से बताया कि यूएई के विदेश व्यापार राज्य मंत्री डॉ. थानी बिन अहमद अल जायोदी ने कहा कि भारत गैर-तेल व्यापार 2030 तक प्रति वर्ष 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। थानी बिन अहमद अल ज़ायौदी ने कहा, "यूएई-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) विकास और अवसर का एक नया युग प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था।"
ज्ञात हो कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच 18 फरवरी, 2022 को हस्ताक्षरित एक समझौते, सीईपीए को एक मई, 2022 से लागू किया गया। पीएम मोदी और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच हस्ताक्षर किए गए थे। डॉ. थानी अल जायोदी ने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि यूएई-भारत व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते को दोनों देशों के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाएगा।"
उन्होंने यह भी कहा, "80 प्रतिशत वस्तुओं पर टैरिफ हटाकर या कम करके, व्यापार में अनावश्यक अड़चनों को दूर करके, निवेश के लिए नए मंचों के निर्माण तथा एक-दूसरे के निजी क्षेत्र के लिए सरकारी खरीद खोलकर, यूएई-भारत सीईपीए को विकास का एक नया युग प्रदान करने और अंततः वर्ष 2030 तक द्विपक्षीय गैर-तेल व्यापार को 100 बिलियन अमरीकी डॉलर से अधिक बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया था।"