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14 March 2018

UN ने की फेसबुक की निंदा, कहा- इस प्लेटफॉर्म ने म्यांमार में हिंसा फैलाने में दिया योगदान

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— ANI Digital (@ani_digital) March 13, 2018


यूएन मानवाधिकार विशेषज्ञ जो म्यांमार के रुखाइन में हुए नरसंहार की जांच कर रहे हैं, उनका कहना है कि फेसबुक का इस्तेमाल अतिवादी बौद्धों द्वारा नफरत और हिंसा फैलाने में हुआ। जिसके कारण रोहिंग्या मुसलमान को देश छोड़कर भागना पड़ा। बीते साल म्यांमार में हुई हिंसा के बाद करीब 650,000 रोहिंग्या मुसलमानों को देश छोड़ बांग्लादेश भागना पड़ा। इस घटना को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर म्यांमार सरकार की किरकिरी हुई थी।

गौरतलब है कि इन दिनों सोशल मीडिया पर फेक न्यूज तेजी से फैल रही है। इसके मद्देनजर श्रीलंका सरकार ने भी फेसबुक, व्हट्सएप और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया पर रोक लगा रखी है। दरअसल, श्रीलंका में भी बौद्ध और मुस्लिमों के बीच हिंसा हुई, जिसके बाद सरकार ने ये फैसला लिया।

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TAGS: social media, Facebook, spreading hate speech, Myanmar, UN
OUTLOOK 14 March, 2018
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