मिस्र में हुए हमलों के बाद लगा तीन माह का आपातकाल
ईजिप्ट के दो शहरों तांता और अलेक्जेंड्रिया में रविवार की प्रार्थना के लिए कॉप्टिक चर्चों में जुटे श्रद्धालुओं की भीड़ को निशाना बनाते हुए दो अलग-अलग बम धमाकों में अबतक 45 लोगों की मौत हो गई है जबकि 120 अन्य घायल हुए हैं।
स्थानीय सरकारी मीडिया के मुताबिक कॉप्टिक चर्च के प्रमुख पोप टावाड्रोस टू भी यहां के धार्मिक समारोह में शरीक हुए थे और सुरक्षित हैं। पहला धमाका काहिरा से करीब 120 किलोमीटर दूर नील डेल्टा में तांता शहर के सेंट जॉर्ज कॉप्टिक चर्च में हुआ। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि 78 अन्य घायल हो गए। पुलिस ने कहा कि इसके कुछ घंटों बाद अलेक्जेंड्रिया के मनशिया जिले के सेंट मार्क्स कॉप्टिक ऑर्थोडॉक्स कैथेड्रल में भी एक आत्मघाती हमलावर ने धमाका किया।
अलेक्जेंड्रिया के आत्मघाती बम धमाके में पुलिस कर्मियों समेत 18 लोगों की मौत हुई है, जबकि 41 अन्य घायल हो गए। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने दोनों ही विस्फोटों की जिम्मेदारी ली है।
आईएसआईएस की संवाद समिति अमाक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कहा, 'इस्लामिक स्टेट दस्तों ने तांता और अलेक्जेंड्रिया में दोनों गिरजाघरों पर हमलों को अंजाम दिया।'
ईजिप्ट के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सिसी ने बम विस्फोटों के बाद 'महत्वपूर्ण आधारभूत ढांचों' की रक्षा के लिए सैन्य तैनाती का आदेश दिया। इसकेू बाद ईजिप्ट में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा का ऐलान किया गया।