उत्तर कोरिया पर यूएन ने लगाया प्रतिबंध, चीन ने भी नहीं दिया पड़ोसी का साथ
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक प्रस्ताव पारित कर उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने और वहां निवेश की सीमाएं तय करने के इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया है।
UN Security Council unanimously adopts tougher sanctions on North Korea: AFP
— ANI (@ANI_news) August 5, 2017
इस प्रस्ताव का मसौदा अमेरिका द्वारा तैयार किया गया है जिसके तहत उत्तर कोरिया के कोयला और अन्य वस्तुओं के निर्यात करने पर रोक लगाई गई है। यह प्रतिबंध उत्तर कोरिया द्वारा पिछले महीने में दो बार अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने के बाद लगाए गए हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, अमेरिका के इस प्रस्ताव में नकदी पर निर्भर उत्तर कोरिया से मछलियों और सीफूड के साथ-साथ कोयला, लोहा के एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगाने की मांग की गई थी। सुरक्षा परिषद की ओर से उत्तर कोरिया पर लगाए गए नए प्रतिबंधों का असर उसके तीन अरब डॉलर राजस्व वाले वार्षिक निर्यात कारोबार पर पड़ेगा। ऐसा माना जा रहा है कि नई पाबंदियों से उत्तर कोरिया का एक अरब डॉलर का व्यापार पूरी तरह से ख़त्म हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी एम्बेसडर निक्की हेली ने कहा कि बातचीत का समय खत्म हो चुका है, अब एक्शन लेने का समय है। नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट से पैदा हुए खतरे से निपटने के लिए अमेरिका हर जरूरी कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपनी और अपने मददगारों की हिफाजत के लिए उपायों जारी रखेगा। हेली ने यूनाइटेड नेशंस को बताया कि नॉर्थ कोरियाई खतरा बहुत तेजी से और ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है।
15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद ने अमेरिका की ओर से तैयार किए गए एक प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है। साथ ही ये प्रस्ताव रुस और चीन जैसे कई देशों में काम कर रहे नॉर्थ कोरियाई मजदूरों की मौजूदा तादाद में बढ़ोतरी करने से रोकता है। इसके अलावा इस प्रस्ताव में उत्तर कोरिया के साथ नए ज्वाइंट वेंचर्स की शुरुआत करने और मौजूदा ज्वाइंट वेंचर्स में किसी भी तरह के निवेश पर रोक लगाई गई है।
यह नया प्रतिबंध संयुक्त राष्ट्र द्वारा उत्तर कोरिया पर 2006 में पहली बार परमाणु परीक्षण करने के बाद से लेकर अब तक सातवीं बार लगाया गया है। हालांकि इन प्रतिबंधों के बावजूद उत्तर कोरिया के व्यवहार में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए यूएनएससी की सराहना की। उन्होंने इसे प्योंगयांग के खिलाफ अकेला सबसे बड़ा आर्थिक प्रतिबंध पैकेज करार दिया। ट्रंप ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान करने के लिए रूस और चीन की भी सराहना की।
United Nations Resolution is the single largest economic sanctions package ever on North Korea. Over one billion dollars in cost to N.K.
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) August 5, 2017