ट्रंप ने कोरोना वायरस फैलाने के लिए चीन को ठहराया जिम्मेदार
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन पर हमलावर रुख अपनाए हुए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया है कि चीन ने कोरोना वायरस को लेकर प्रारंभिक सूचना छिपाई जिसकी कीमत आज पूरी दुनिया चुका रही है। डोनाल्ड ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब इटली में कोरोना से मरने वालों की संख्या चीन से भी अधिक हो गई है। वहीं अमेरिका में भी मरने वालों का आंकड़ा 200 को पार गया है।
ट्रंप ने कोरोना वायरस को चीनी वायरस बताते हुए कहा, 'दुनिया उनके कर्मों की बहुत बड़ी सजा भुगत रही है।' ट्रंप का इशारा इस बात की ओर था कि चीन ने सही समय पर कोरोना वायरस के फैलने की पूरी सूचना साझा नहीं की। ट्रंप ने कहा, 'इस बीमारी को चीन से ही रोका जा सकता था जहां से यह शुरू हुई थी।' उन्होंने कहा कि यदि चीन ने सही सूचना समय पर दी होती तो अमेरिकी अधिकारी समय पर कदम उठाते और इस महामारी को फैलने से रोका जा सकता था।
गुरुवार को डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा कि ये साफ है कि कोरोना वायरस के लिए चीन ही जिम्मेदार है, अगर चीन इसके बारे में पहले सूचना देता तो इसे एक ही क्षेत्र में रोका जा सकता था। पूरी दुनिया में ऐसी तबाही को रोका जा सकता था।
बता दें कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के करीब ढाई लाख से अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं, जबकि दस हजार से अधिक मौतें हो गई हैं। दुनिया में अबतक इटली में सबसे ज्यादा करीब 3400 और चीन में 3000 से अधिक मौतें हुई हैं।
चीन से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध
वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से पहले ट्रम्प ने कहा, "यहां आने के लिए आप सभी का शुक्रिया और हम चीनी वायरस को हराने के लिए अथक प्रयास जारी रखे हुए हैं। मैंने चीन से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया।"
चीनी दवा पर प्रतिबंध
वहीं अमेरिकी सीनेटर टॉम कॉटन ने बुधवार को चीनी दवा पर अमेरिकी निर्भरता को समाप्त करने के लिए कानून पेश किया, जिसमें कहा गया कि चीन ने दुनिया पर इस प्लेग को फैलाया, और इसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, "इसलिए मैं कानून पेश कर रहा हूं जिसके मुताबिक अब हम चीन से अपनी मूल दवा खरीदने नहीं जा रहे हैं। खरीदने पर पूरा प्रतिबंध होगा।"
अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने बुधवार को वॉल स्ट्रीट जर्नल की स्टोरी पर प्रतिक्रिया दी। एनएससी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से संदेश में कहा गया, "चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने चीनी वायरस पर शुरुआती रिपोर्टों को दबा दिया और डॉक्टरों और पत्रकारों को दंडित किया, जिससे चीनी और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ वैश्विक महामारी को रोकने के लिए महत्वपूर्ण अवसरों को चूक गए।"