21 साल की महिला ने बच्चे को जन्म देने के 30 मिनट बाद दिया EXAM, ऐसे मिल रही वाहवाही
एक बच्चे को जन्म देने के दौरान और उसके बाद की तकलीफ को एक मां ही समझ सकती है, लेकिन एक महिला ऐसी भी है जिसने बच्चे को जन्म देने के महज आधे घंटे के भीतर परीक्षा देकर लोगों को चौंका दिया। उसके इस हिम्मत और जुनून की सोशल मीडिया पर काफी वाहवाही हो रही है।
घटना इथियोपिया के मेटू शहर की है जहां एक महिला ने बच्चे को जन्म देने के कुछ ही मिनटों बाद सेकेंडरी स्कूल का एग्जाम दिया। अल्मज डेरसे नाम की 21 साल की इस महिला का सोचना था कि डिलीवरी का समय आने से पहले ही उसकी परीक्षा हो जाएगी। अब अस्पताल के बिस्तर पर ही हायर सेकंडरी का एग्जाम देते हुए अल्मज डेरसे की तस्वीर सोशल मीडिया पर सनसनी मचा रही है। लोग महिला को 'वंडर वुमन' करार दे रहे हैं।
अल्मज डेरसे नाम की इस ‘वंडर वुमन’ महिला को उम्मीद थी कि डिलीवरी डेट आने से पहले ही उसकी परीक्षा हो जाएगी। ये परीक्षा डिलीवरी डेट से करीब एक महीने पहले होनी थी। लेकिन रमजान के कारण परीक्षा स्थगित कर दी गई। हालांकि अल्मज ने तैयारी जारी रखी, क्योंकि वह साल खराब नहीं करना चाहती थी।
बीच एग्जाम में अल्मज को प्रसव पीड़ा होने लगी
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नए टाइम टेबल के मुताबिक, उसके पेपर सोमवार यानी 11 जून से शुरू हुए। यह तारीख उसकी डिलीवरी डेट के काफी करीब थी। सोमवार को बदले हुए कार्यक्रम के तहत पहला पेपर अंग्रेजी का था। इस बीच, अल्मज को प्रसव पीड़ा होने लगी और उसे लेबर रूम में जाना पड़ा, जहां उसने बेटे को जन्म दिया। उसने अस्पताल जाने से पहले शिक्षा अधिकारियों से अस्पताल में पर्चा देने की गुहार लगाई। उसे इजाजत मिल गई। डिलीवरी के आधे घंटे बाद उसने अस्पताल में ही अंग्रेजी और मैथ्स के अलावा स्थानीय भाषा की परीक्षा दी। अब उसे उम्मीद है कि वह बाकी की परीक्षाएं निर्धारित तिथियों पर परीक्षा केंद्र जाकर देगी।
मैं परीक्षा किसी भी हालत में छोड़ना नहीं चाहती थी
एक न्यूज़ चैनल से बीतचीत के दौरान अल्माज ने कहा, "गर्भावस्था के दौरान पढ़ाई करने में मुझे कोई परेशानी नहीं हुई और मैं ग्रेजुएशन पूरा करने के लिए अगले साल का इंतजार नहीं करना चाहती थी। उसने कहा कि यही वजह रही कि डिलीवरी के बाद मैंने परीक्षा दी।"
अल्माज के पति ने बताया कि उसने अस्पताल में परीक्षा देने की अनुमति के लिए स्कूल से अपील की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया। दरअसल वह अपनी पढ़ाई को लेकर काफी गंभीर थी। तमाम दिक्कतों के बाद भी उसने यह कर दिखाया।