डब्ल्यूएचओ ने किया आगाह- कोरोना वायरस को और गंभीरता से लेने की जरूरत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कई देश कोरोना वायरस संकट को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। जबकि पूरे यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में इस बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है। यहां चिकित्साकर्मियों ने अस्पताल की तैयारियों में कमी के कारण "परेशान" होने की चेतावनी भी दी है। दुनिया भर में अब तक इससे 3,300 से अधिक लोगों की मौत हो गई और लगभग 85 देशों में करीब 100,000 लोग संक्रमित हुए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गुरुवार को चेतावनी दी कि विभिन्न देशों की "लंबी सूची" है जिसमें "राजनीतिक स्तर की प्रतिबद्धता" नहीं दिख रही है जबकि हम सभी के सामने आने वाले खतरे के लिए यह आवश्यक है।"
डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस अदनोम घेब्रेयियस ने संवाददाताओं से कहा, "यह एक ड्रिल नहीं है।" उन्होंने कहा कि यह महामारी अमीर और गरीब हर देश के लिए खतरा है। अब आक्रामक तैयारी की जरूरत है।
अमेरिकी सर्वेक्षण में परेशान करने वाले परिणाम
संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़े नर्सिंग संघ ने कहा कि अस्पतालों में हजारों नर्सों के एक सर्वेक्षण ने "वास्तव में परेशान" परिणाम दिखाया। संघ के एक स्वच्छता विशेषज्ञ जेन थॉमसन ने कहा, "वे बताते हैं कि हमारे देश के अस्पतालों का एक बड़ा हिस्सा COVID-19 से समुचित रूप से निपटने के लिए तैयार नहीं है।" संघ के संयुक्त निदेशक बोनी कैस्टिलो ने कहा कि नर्सें आवश्यक व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के बिना काम कर रही हैं और बीमारी से निपटने के लिए शिक्षा और प्रशिक्षण की कमी है। अमेरिका में 180 से अधिक लोग संक्रमित हैं।
दुनिया भर में कोरोना का प्रकोप
चीन में मामलों में धीरे-धीरे कमी आई हैं हालांकि वायरस को रोकने के लिए लाखों लोग कठोर निगरानी के अधीन हैं। लेकिन ताजा संक्रमण शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन बढ़ गया, जिसमें 143 नए मामले आए और 30 और मौतें हुईं। चीन में 80,500 से अधिक संक्रमणों के साथ अब मरने वालों की संख्या 3,042 है।
- वायरस से 6,000 से अधिक लोगों को संक्रमण और 42 मौतों के साथ दक्षिण कोरिया चीन के बाद दूसरा सबसे ज्यादा प्रभावित देश है।
-यूरोपीय देशों में इटली में सबसे ज्यादा प्रकोप है। यहां 148 लोगों की मौत हो चुकी है। लिहाजा 15 मार्च तक स्कूलों और विश्वविद्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है।
-फ्रांस में भी मामलों में तेजी से उछाल दर्ज किया गया है। यहां 7 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 423 लोग संक्रमित पाए गए हैं।
-वहीं भारत की बात करें तो यहां अब तक 30 मामले पाए गए हैं। जबकि इस वायरस से अब तक किसी की मौत नहीं हुई है।