कैलिफोर्निया में गोलियां बरसाने वाली महिला शायद भारत भी आई थी
अमेरिका पहुंचने से पहले के उसके जीवन के बारे में जानकारियां सामने आ रही हैं क्योंकि जांचकर्ता ताशफीन और उसके पाकिस्तानी अमेरिकी पति सैयद रिजवान फारूक (28) की पृष्ठभूमि और मकसद की जांच कर रहे हैं। यह जांच उनके द्वारा पिछले हफ्ते की गई अंधाधुंध गोलीबारी की घटना के सिलसिले में की जा रही है। इस गोलीबारी में 14 लोगों की मौत हो गई जिसके बाद पुलिस ने उन दोनों को मार गिराया था।
तुर्की ने कहा कि ताशफीन सउदी अरब में अपने पति से मिली थी इसका कोई सबूत नहीं है, लेकिन वे अक्टूबर 2013 में एक ही समय पांच दिन के लिए सउदी अरब में थे। फारूक ने दो दफा सउदी अरब की यात्रा की थी। पहली बार अक्टूबर 2013 में हज करने के लिए और दूसरी जुलाई, 2014 में उमराह करने के लिए सउदी अरब आया था। अमेरिकी अधिकारियों ने रिपोर्ट दी है कि दंपति जुलाई, 2014 में जेद्दाह से साथ में अमेरिका के लिए रवाना हुआ था।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट कहती है कि पाकिस्तान में रिश्तेदारों और जानकारों के मुताबिक, वह सउदी अरब में पली-बढ़ी और उस पर इस्लाम की रूढ़ीवादी व्याख्या का गहरा प्रभाव था। सउदी अरब के अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया कि उसने उनके देश में बहुत समय बिताया है। अधिकारियों ने कहा कि वह सिर्फ दो बार उनके देश आई थी और उसकी कुल यात्रा कुछ महीनों की थी।