यमन: सैन्य शिविर पर हमले में 60 की मौत, आईएस ने जिम्मेदारी ली
अदन फिलहाल यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार का अस्थायी केंद्र है। यह सरकार एक साल से अधिक समय से देश में ईरान समर्थित विद्रोहियों और जेहादियों के सामने संघर्षरत है। सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि हमलावर ने आज सुबह विस्फोटक से लदे वाहन से उत्तरी अदन के एक प्रशिक्षण केन्द्र में सेना में शामिल नए रंगरूटों के समूह को टक्कर मारी। अधिकारियों ने कहा कि वैसे केंद्र बंद था और नए रंगरूट अंदर मौजूद थे लेकिन हमलावर ने वाहन अंदर तब घुसाया जब दरवाजा एक डिलीवरी वाहन के लिए खुला। गवाहों ने बताया कि विस्फोट के बाद एक छत के ढह जाने से सेना में भर्ती हुए कुछ नए रंगरूट उसके मलबे में दफन हो गए।
अदन के तीन अस्पतालों के मेडिकल सूत्रों ने कहा कि हमले में कम से कम 60 लोग मारे गए और 29 अन्य घायल हुए हैं। फिलहाल यह पता नहीं चला है कि मारे गए सभी लोग सेना के नए सदस्य थे या नहीं। अदन के अल-वाली अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि सुबह हुए इस हमले में घायल लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था जिनमें से कई दर्जन लोगों की मौत हो गई है। एक सुरक्षा अधिकारी ने मृतकों का शुरूआती आंकड़ा 11 बताया था। आईएस ने अपने आधिकारिक प्रचार आउटलेट अमाक पर आज के हमले की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि विस्फोट में करीब 60 लोग मारे गए।