ईरान ने मानी परमाणु ठिकानों पर नुकसान की बात, कहा- खेल खत्म नहीं हुआ है
ईरान ने बुधवार, 25 जून 2025 को पहली बार स्वीकार किया कि अमेरिका द्वारा 22 जून को उसके परमाणु ठिकानों जैसे फोर्डो, इस्फहान और नतांज—पर किए गए हमलों से "भारी नुकसान" हुआ। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघाई ने अल जजीरा से कहा कि B-2 स्टील्थ बॉम्बर्स से किए गए हमले "महत्वपूर्ण" थे, लेकिन उन्होंने विस्तार में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
मैक्सार टेक्नोलॉजीज की सैटेलाइट इमेजरी ने 24 जून को पुष्टि की कि फोर्डो में टनल प्रवेश द्वार और परिधि इमारतें नष्ट हो गईं, नतांज में सेंट्रीफ्यूज हॉल के पास दो बड़े गड्ढे बने, और इस्फहान में चार महत्वपूर्ण इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि हमलों ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को "पूरी तरह नष्ट" कर दिया, लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसी DIA की प्रारंभिक रिपोर्ट ने इसे खारिज करते हुए कहा कि नुकसान आंशिक था और कार्यक्रम कुछ महीनों में बहाल हो सकता है। ईरान ने दावा किया कि उसने हमलों से पहले अपने उच्च संवर्धित यूरेनियम को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर लिया था।
ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराकची ने कहा, "खेल अभी खत्म नहीं हुआ।" 24 जून को कतर की मध्यस्थता से लागू सीजफायर के बावजूद, दोनों पक्षों ने उल्लंघन के आरोप लगाए। IAEA ने चेतावनी दी कि हमले क्षेत्र में परमाणु आपदा का खतरा बढ़ा सकते हैं।