पेंडोरा पेपर्स: जानें कमलनाथ के बेटे का अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला में मुख्य आरोपी से क्या था 'ऑफशॉर लिंक'
इंडियन एक्सप्रेस की जांच रिपोर्ट से पता चला है कि विवादास्पद अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे में प्रमुख व्यक्तियों को उनके ऑफशॉर नेटवर्क और कथित धन प्रवाह के कारण पेंडोरा पेपर्स में शामिल किया गया।इसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के एनआरआई बेटे बकुल नाथ से लेकर मामले के आरोपी राजीव सक्सेना शामिल हैं। ये रिकॉर्ड भ्रष्टाचार घोटाले में नए सबूत पेश करते हैं, जिसमें सीबीआई और ईडी द्वारा कई आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं।
इस मामले में रिकॉर्ड से पता चलता है कि सक्सेना ने दिल्ली के वकील गौतम खेतान के साथ कथित मिलीभगत से अगस्ता वेस्टलैंड से इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के खाते में 12.40 मिलियन यूरो प्राप्त किए थे। अन्य बिचौलियों और लोक सेवकों को भुगतान करने के लिए कथित तौर पर इसे और आगे बढ़ाया गया था। फिलहाल राजीव सक्सेना जमानत पर हैं। 2000 में सक्सेना ने इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के 99.9% शेयर खरीदे थे।
नवंबर 2020 में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार सक्सेना ने कहा, "हमें (उन्हें और सह-आरोपी सुशेन मोहन गुप्ता) कमलनाथ के बेटे बकुल नाथ के लिए जॉन डोचर्टी द्वारा प्रबंधित कंपनी प्रिस्टिन रिवर इन्वेस्टमेंट्स के माध्यम से ब्रिज फंडिंग प्राप्त हुई। इस प्रकार, इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीज के अप्रत्यक्ष रूप से धन का उपयोग प्रिस्टिन रिवर इन्वेस्टमेंट से लोन चुकाने के लिए किया गया था।"
पेंडोरा पेपर्स रिकॉर्ड दिखाते हैं कि स्विस नेशनल डोचर्टी जो बकुलनाथ से जुड़ा है, उसके जरिये ट्राइडेंट ट्रस्ट द्वारा फरवरी 2018 में एक ऑफशोर कंपनी स्थापित की गई। यह ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स कंपनी स्पेक्टर कंसल्टेंसी सर्विसेज लिमिटेड है और इसके पहले निदेशक के रूप में डोचर्टी और दुबई के पते के साथ बकुल नाथ को हितकारी मालिक के रूप में नामित किया गया है।
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बता दें कि पेंडोरा पेपर्स के नाम से लीक हुए लाखों दस्तावेज़ों ने भारत सहित 91 देशों और क्षेत्रों में वर्तमान और पूर्व विश्व नेताओं, राजनेताओं और सार्वजनिक अधिकारियों के वित्तीय रहस्यों को उजागर करने का दावा किया है। सबसे खास बात ये है कि इन दस्तावेजों में मशहूर पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर का नाम भी शामिल है। इसके अलावा भारत के 6 और पाकिस्तान के 7 नेताओं के नाम भी शामिल हैं। इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (आईसीआईजे) ने जारी अपनी कथित रिपोर्ट में दावा किया कि तेंदुलकर के पास विदेशों में संपत्ति है।
इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स जिसमें यूके में बीबीसी और 'द गार्जियन' अखबार और भारत में 'द इंडियन एक्सप्रेस' शामिल हैं, इन्होंने अपनी जांच में 150 मीडिया आउटलेट्स के बीच दावा किया कि इसने 11.9 मिलियन से अधिक गोपनीय डेटा प्राप्त किया। कई सुपर अमीरों के गुप्त वित्तीय लेन-देन का पता लगाने के लिए फाइलें प्राप्त की।