रविवार को हाथों में खालिस्तानी झंडे लिए प्रदर्शनकारी इस हिंदू मंदिर में मौजूद लोगों से भिड़ गए थे तथा उन्होंने मंदिर अधिकारियों एवं भारतीय वाणिज्य दूतावास द्वारा मिलकर आयोजित किये गये कार्यक्रम में खलल डाला था।
मीडिया मामलों के अधिकारी रिचर्ड चिन ने ‘सीबीसी न्यूज’ को भेजे एक ई-मेल में कहा कि पुलिस ‘सोशल मीडिया पर आए उस वीडियो से अवगत है जिसमें कनाडा पुलिस का एक अधिकारी प्रदर्शन में शामिल दिखता है। वैसे यह पुलिस अधिकारी उस वक्त ड्यूटी पर नहीं था।’
उन्होंने कहा कि इस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है।
अधिकारी ने कहा, ‘‘हम वीडियो में नजर आ रही परिस्थितियों की समग्रता से जांच कर रहे हैं और जब तक यह जांच पूरी नहीं हो जाती, हम अधिक जानकारी देने में असमर्थ हैं।’’
भारत ने सोमवार को मंदिर पर हमले की निंदा की और उम्मीद जताई कि हिंसा में शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।
नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर भारत ‘‘बहुत ही चिंतित’’ है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस बयान में कहा, ‘‘हम ओंटारियो के ब्रैम्पटन में हिंदू सभा मंदिर में चरमपंथियों और अलगाववादियों द्वारा की गई हिंसा की निंदा करते हैं। हम कनाडा सरकार से यह सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं कि सभी पूजा स्थलों को ऐसे हमलों से बचाया जाए।’’