मस्क ने मोदी को चुनाव में जीत की बधाई दी, कहा- "भारत में काम करने को लेकर उत्साहित"
अमेरिकी प्रौद्योगिकी अरबपति एलन मस्क ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनकी ऐतिहासिक चुनावी जीत पर बधाई देते हुए कहा कि वह अपनी कंपनियों द्वारा भारत में "रोमांचक कार्य" किए जाने की उम्मीद कर रहे हैं।
बता दें कि मोदी को 9 जून को पद की शपथ दिलाई जाएगी, जो प्रधानमंत्री के रूप में उनका लगातार तीसरा कार्यकाल है।
52 वर्षीय मस्क ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक चुनावों में आपकी जीत पर नरेंद्र मोदी को बधाई! मैं आशा करता हूं कि मेरी कंपनियां भारत में रोमांचक काम करेंगी।"
यह बधाई संदेश इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला के सीईओ और माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स के अप्रैल में "बहुत भारी टेस्ला दायित्वों" के कारण भारत की अपनी प्रस्तावित यात्रा को स्थगित करने के दो महीने बाद आया है।
मस्क - जिनके 21 और 22 अप्रैल को भारत में रहने की उम्मीद थी और उनका प्रधानमंत्री मोदी से मिलने का कार्यक्रम था - ने बाद में एक्स पर लिखा कि वह इस साल के अंत में भारत आने के लिए उत्सुक हैं।
पिछले साल जून में, मस्क ने मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी और कहा था कि उन्होंने 2024 में भारत का दौरा करने की योजना बनाई है, साथ ही विश्वास जताया कि टेस्ला जल्द ही भारतीय बाजार में प्रवेश करेगी।
उनकी प्रस्तावित यात्रा से उम्मीदें बढ़ गई थीं कि वह इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला के लिए अपने सैटकॉम उद्यम स्टारलिंक के साथ देश में दुकान स्थापित करने की योजना की घोषणा करेंगे।
यह भी उम्मीद की जा रही थी कि मस्क टेस्ला के लिए भारत में अपनी विनिर्माण इकाई स्थापित करने की योजना की घोषणा करेंगे और इसमें अरबों डॉलर का निवेश हो सकता है और जल्द से जल्द भारत में टेस्ला इलेक्ट्रिक कारों को बेचने का रास्ता निकाला जा सकता है।
सिर्फ इलेक्ट्रिक कारें ही नहीं, वह अपने सैटेलाइट इंटरनेट बिजनेस स्टारलिंक के लिए भी भारतीय बाजार पर नजर रख रहे हैं, जिसके लिए नियामक मंजूरी का इंतजार है। मस्क ने अतीत में भारत में आयात शुल्क में कटौती की मांग की थी ताकि वह देश में टेस्ला कारों को बेचने में सक्षम हो सके।
अप्रैल में मस्क की भारत यात्रा की योजना सरकार द्वारा एक नई इलेक्ट्रिक वाहन नीति की घोषणा के बाद आई है, जिसके तहत न्यूनतम 500 मिलियन अमरीकी डालर के निवेश के साथ देश में विनिर्माण इकाइयां स्थापित करने वाली कंपनियों को आयात शुल्क रियायतें दी जाएंगी, इस कदम का उद्देश्य टेस्ला जैसे प्रमुख वैश्विक खिलाड़ियों को आकर्षित करना है।