रोहिंग्या मुस्लिमों की दो साल के भीतर स्वदेश वापसी का हुआ समझौता
म्यामांर और बांग्लादेश हाल में विस्थापित हुए रोहिंग्या मुस्लिमों की ‘‘दो साल के भीतर’’ स्वदेश वापसी पर सहमत हो गए हैं। म्यामांर में सेना की कार्रवाई के बाद रोहिंग्या मुस्लिम बांग्लादेश चले गए थे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बांग्लादेश ने हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों की वापसी के लिए स्पष्ट समयसीमा का जिक्र करते हुए आज यह जानकारी दी।
बांग्लादेश सरकार की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, इस समझौते पर म्यामांर की राजधानी में इस सप्ताह सहमति बनी। इसमें कहा गया है कि प्रत्यर्पण शुरू करने के दो साल के भीतर यह प्रक्रिया संभवत: पूरी कर ली जाएगी।
बांग्लादेश से लौटने वाले रोहिंग्या मुस्लिम और हिंदू शरणार्थियों के लिए म्यांमार में अगले सप्ताह तक आवास तैयार हो जाएंगे। ये अस्थायी आवास 30 हजार लोगों के लिए तैयार होंगे।
ये अस्थायी आवास म्यांमार और बांग्लादेश के अधिकारियों के बीच हुए समझौते की निर्धारित समय सीमा के भीतर तैयार हो रहे हैं। अगस्त 2017 में म्यांमार के रखाइन प्रांत में हुई हिंसा में करीब साढ़े छह लाख रोहिंग्या मुस्लिम भागकर बांग्लादेश चले गए थे। यह हिंसा कथित रोहिंग्या आतंकियों के म्यांमार के सुरक्षा बलों पर किए गए हमले की प्रतिक्रिया में हुई थी।