बांग्लादेश में धर्मनिरपेक्ष छात्र की हत्या
नजीमुद्दीन समद, सरकार संचालित जगन्नाथ यूनिवर्सिटी के विधि विभाग में स्नाताकोत्तर का छात्र था। कल रात संदिग्ध इस्लामी आतंकवादियों ने ओल्ड ढाका के सुत्रपुर में उसकी हत्या कर दी।
तीन हमलावरों ने नजीमुद्दीन पर बहादुर शाह पार्क के नजदीक उस समय हमला किया जब वह यूनिवर्सिटी में अपनी कक्षाएं पूरी करने के बाद अपने दोस्त के साथ गेंदारिया स्थित अपने घर जा रहा था।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि समद की हत्या करते समय हमलावरों ने अल्लाहू अकबर के नारे लगाए। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नजीमुद्दीन के साथ जा रहा युवक घटना के बाद से लापता है। अधिकारी ने कहा, उन्होंने शुरू में उस पर धारदार हथियारों से हमला किया और फिर उसकी मौत सुनिश्चित करने के लिए गोलियां चलाईं।
सिलहट निवासी नजीमुद्दीन बंगबंधु जातीय युवा परिषद की सिलहट जिला इकाई का सदस्य एवं जनजागरण मंच की सिलहट इकाई का कार्यकर्ता भी था। उसके मित्रों ने कहा कि नजीमुद्दीन फेसबुक पर धर्मनिरपेक्षता के लिए प्रचार करता था और वह कट्टरपंथी इस्लामियों का आलोचक था। हत्या से एक दिन पहले उसने एक फेसबुक पोस्ट में देश की कानून व्यवस्था को लेकर चिंता जताई थी।
सुत्रपुर मंडल के सहायक आयुक्त नूरूल अमीन के हवाले से कहा गया कि पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और खून से लथपथ शव बरामद किया। उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि हमलावर नजीमुद्दीन की गतिविधियों पर लंबे समय से नजर रख रहे थे। यूनिवर्सिटी के प्रोक्टर नूर मोहम्मद ने कहा कि नजीमुद्दीन ने दो महीने पहले यूनिवर्सिटी में प्रवेश लिया था।
बांग्लादेश में पिछले आठ महीने से अधिक समय में सुनियोजित तरीके से हमले हो रहे हैं जिनमें खासकर अल्पसंख्यकों, धर्मनिरपेक्ष ब्लॉगरों और विदेशियों को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले महीने कुरिग्राम में 65 वर्षीय एक धर्मांतरित ईसाई की मोटरसाइकिल सवार तीन अज्ञात हमलावरों ने हत्या कर दी थी। पिछले साल बांग्लादेश में जन्में एक अमेरिकी ब्लॉगर और लेखक अविजीत रॉय पर ढाका में एक पुस्तक मेले से कुछ ही दूरी पर हमला किया गया था। एक महीने बाद ढाका के तेजगांव क्षेत्र में दिन दहाड़े ब्लॉगर वशीकुर रहमान की उसके घर के पास हत्या कर दी गई थी।