भारत ने 55 साल बाद डोका ला में बढ़ाई जवानों की संख्या, पत्रकारों का दौरा भी रद्द
पिछले करीब एक महीने से भारतीय सैनिकों का चीनी जवानों के साथ विवाद बना हुआ है। कहा जा रहा है कि सेनाओं के बीच, 1962 के बाद से इस तरह का यह सबसे लंबा गतिरोध है।
क्या है वजह?
जानकारी के मुताबिक चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा भारत के दो बंकरों को तबाह किए जाने के बाद भारत ने और अधिक सैनिकों को उस इलाके में लगाया है। सूत्रों के अनुसार छह जून की रात को दो चीनी बुलडोजरों ने बंकरों को तबाह कर दिया था और दावा किया कि यह इलाका चीन का है और भारत या भूटान का इस पर कोई अधिकार नहीं है।
पत्रकारों का दौरा रद्द
भारत और चीन के बीच सीमा पर बढ़े तनाव के चलते चीन ने भारतीय पत्रकारों के एक समूह की तिब्बत यात्रा पर रोक लगा दी है। बता दें कि चीन पिछले कुछ समय से नेपाल और भारत के पत्रकारों के लिए वार्षिक यात्रा का आयोजन करता रहा है। 8-15 जुलाई के बीच भारतीय पत्रकारों का समूह तिब्बत यात्रा पर जाने वाला था। लेकिन फिलहाल उसे रोक दिया गया है। पिछले साल भारत और नेपाल के पत्रकारों को तिब्बत की राजधानी ल्हासा, सिचुआन प्रांत की राजधानी चेंग्दू और बीजिंग के अलावा और कई जगहों की सैर कराई गई थी।