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21 October 2019

कमलेश तिवारी के कातिलों पर यूपी पुलिस ने रखा ढाई लाख का इनाम, लखनऊ लाए गए साजिशकर्ता

File Photo

उत्तर प्रदेश पुलिस कमलेश तिवारी हत्याकांड के आरोपियों को गुजरात से लेकर लखनऊ पहुंच गई है। दोनों को सोमवार की सुबह लखनऊ लाया गया। बताया जा रहा है कि अब दोपहर बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, यूपी पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों अशफाक और मेईनुद्दीन ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।

हिंदू समाज पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष कमलेश तिवारी की निर्मम हत्‍या की जांच कर रही यूपी एसटीएफ हत्‍यारों को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने शाहजहांपुर में छापा मारा है।

हत्यारों पर  ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम

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सोमवार को एक बार फिर मामले में आगे की कार्रवाई की जानकारी देते हुए डीजीपी ओम प्रकाश सिंह ने ढाई-ढाई लाख रुपये का इनाम घोषित किया है। उन्होंने कहा कि कमलेश तिवारी हत्याकांड पर काफी बारीकी से पुलिस काम कर रही। पुलिस सभी पहलुओं को देखकर आगे बढ़ रही है।

सभी पहलुओं को देख रहे हैं- डीजीपी

डीडीपी ने कहा कि महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, अंबाला या फिर यूपी हम सभी पहलुओं को देख रहे हैं किसी भी संभावना को नकार नहीं रहे। उन्होंने कहा कि हम सभी राज्य के पुलिस प्रमुखों से संपर्क में हैं। कल हमने डीजीपी कर्नाटका, डीजीपी महाराष्ट्र, डीजीपी गुजरात से बात की।

बिजनौर के मौलानाओं से लगातार चल रही है पूछताछ

उन्होंने कहा कि हम सभी सूचनाओं का विश्लेषण कर रहे हैं किसी पहलू से इनकार नहीं कर रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि कमलेश तिवारी हत्याकांड में यूपी का भी कनेक्शन और बाहर का भी कनेक्शन है। मामले को लेकर बिजनौर के मौलानाओं से लगातार पूछताछ चल रही है।

कोर्ट ने आरोपियों को 72 घंटे की रिमांड पर भेजा था

कमलेश तिवारी हत्याकांड में गुजरात की एक अदालत ने हत्याकांड की साजिश रचने के आरोपी और सूरत से गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड में भेजा था। एक अधिकारी ने बताया था कि अदालत ने आरोपियों मोहसिन शेख, फैजान और राशिद अहमद को 72 घंटे की ट्रांजिट रिमांड में उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंप दिया। आरोपियों को गुजरात एटीएस ने सूरत से गिरफ्तार किया था।

 

हत्या से जुड़े कई सबूत बरामद

इधर, पुलिस हत्या के मुख्य आरोपियों की तालाश में जुटी है। पुलिस को लखनऊ के जिस होटल में आरोपी ठहरे थे वहां से हत्या से जुड़े कई सबूत बरामद हुए। पुलिस ने होटल का कमरा सील कर दिया है और वहां खून से सने दो भगवा रंग के कुर्त और खून लगा एक चाकू बरामद किया है। इसके अलावा शेविंग क्रीम, ब्लेड समेत कई और चीजें भी मिली। होटल में दोनों युवकों ने आईडी के तौर पर अपना आधार कार्ड दिया था। आधार कार्ड से हत्यारों की पहचान सूरत निवासी शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद के रूप में हुई। हत्यारे सूरत से लखनऊ आने के बाद लालबाग के होटल 'खालसा इन' में रुके थे।

कमलेश के परिजनों मुख्यमंत्री योगी से की मुलाकात

हत्याकांड से उबले आक्रोश के बीच कमलेश तिवारी के परिजनों ने रविवार को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। उन्होंने मांग की आरोपियों को मृत्युदंड की सजा मिले व जल्द से जल्द उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने परिवार की सुरक्षा और भविष्य की चिंताओं को लेकर भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई मांगे रखीं। 

क्या होती है ट्रांजिट रिमांड

सीआरपीसी की धारा 72 के अनुसार, यदि किसी दूसरे राज्य की पुलिस किसी आरोपी/अपराधी को गिरफ्तार करती है तो उसे उसकी स्थानीय अदालत में 24 घंटे अंदर पेश करना होता है। स्थानीय अदालत से प्रत्यर्पण की अनुमति लेकर ही दूसरे राज्य की पुलिस उसे अपने क्षेत्र में ले जाती है। प्रत्यर्पण की इस अनुमति को ही ट्रांजिट रिमांड कहते हैं। चूंकि आरोपी गुजरात के सूरत जिले के रहने वाले हैं ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस को गुजरात की स्थानीय अदालत से आरोपी से पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड लेनी पड़ी।

कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित दफ्तर में हत्या

बता दें कि हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित दफ्तर में निर्मम हत्या हुई थी। आरोपियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी। कमलेश तिवारी की हत्या के बाद घटनास्थल से गुजरात की एक दुकान की मिठाई का डिब्बा मिला था। इसी के आधार पर पुलिस ने अपनी जांच आगे बढ़ाई थी।

 

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TAGS: Kamlesh Tiwari Murder, UP Police, Gets 72-Hour, Transit Remand, 3 Accused
OUTLOOK 21 October, 2019
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