नेपाल में भयानक भूकंप की पहली बरसी, डरावनी यादें हुईं ताजा
नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली ने 19वीं सदी के ध्वस्त धरहरा टावर पर पुष्पार्पण कर 7.9 तीव्रता के भूकंप में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। वहां बड़ी संख्या में लोग श्रद्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए थे। हालांकि यह विनाशकारी भूकंप 25 अप्रैल 2015 को आया था पर नेपाल वासियों ने बिक्रम संवत् पंचांग के अनुसार उस भयावह घटना का स्मरण आज किया। यह भूकंप नेपाल के लिए अत्यधिक विनाशकारी था। इसने लाखों परिवारों को विस्थापित करने के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया। ओली ने भूकंप में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और दिवंगत लोगों की आत्माओं के लिए शांति की कामना करते हुए कहा कि सरकार 31,19,000 प्रभावित लोगों को अपने-अपने मकानों को दुबारा बनाने के लिए पात्रता प्रमाण पत्र वितरित कर रही है, ताकि वह दी जाने वाली अनुग्रह राशि को पा सकें।
गौरतलब है कि भूकंप के तुरंत बाद सरकार ने वादा किया था कि वह उन हरेक परिवारों को लगभग दो लाख नेपाली रुपए देगी, जिनके घर क्षतिग्रस्त हो गए थे। इस भूकंप एवं इसके बाद आए झटकों ने काठमांडू सहित मध्य नेपाल को प्रभावित किया था और इसमें 22,000 लोग घायल भी हुए थे। रमेश श्रेष्ठ, जिसका मकान इस भूकंप में ध्वस्त हो गया था, ने बताया, मुझे आशंका है कि मेरे परिवार को मुआवजा मिलेगा भी या नहीं। पहले ही एक साल हो चुका है।