शरीफ बोले, पाकिस्तान चाहता है शांति
शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान अपने विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए शांति चाहता है लेकिन मातृभूमि की रक्षा के लिए हर पाकिस्तानी तैयार है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश सशस्त्र बलों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है और हम किसी को भी पाकिस्तान पर बुरी नजर रखने की इजाजत नहीं हीं देंगे। उन्होंने कहा कि आर्थिक प्रगति और गरीबी व बेरोजगारी से लड़ने के लिए पाकिस्तान शांति चाहता है।
शरीफ ने जोर देकर कहा कि विभाजित (जम्मू एवं कश्मीर) राज्य का एक तिहाई उत्तरी भाग हिस्सा पाकिस्तान के पास है और दो तिहाई दक्षिणी हिस्सा भारत के पास है, जो उपमहाद्वीप के विभाजन का अधूरा एजेंडा है। उन्होंने कहा कि भारत, जम्मू एवं कश्मीर में ज्यादतियां कर रहा है जो पाकिस्तान को स्वीकार्य नहीं है। शरीफ ने यह प्रतिक्रिया भारत के यह कहने के एक दिन बाद दी है कि उसने नियंत्रण रेखा के उस पार आतंकवादी लांच पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक किए हैं।
रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान नियंत्रण रेखा के पार भारत की हर प्रकार की गोलीबारी का उपयुक्त जवाब देगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत गैरजिम्मेदाराना व्यवहार दिखा रहा है और आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत कश्मीरी लोगों की वैध आकांक्षाओं को दबा नहीं सकता। वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर ने कहा कि भारत कश्मीरियों के खिलाफ अपने अत्याचारों से दुनिया का ध्यान भटकाने की कोशिश के तहत कृत्रिम तनाव पैदा कर रहा है।
कश्मीर मामलों के मंत्री चौधरी बरजीस ताहिर ने कहा कि विश्व ने दशकों पहले संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के जरिए आत्म निर्णय के अधिकार का संकल्प लिया था और अब कश्मीरियों की पांचवीं पीढ़ी इस अधिकार के लिए विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि कश्मीरियों के वैध संघर्ष को दबाने की भारतीय नीति से न तो भारत को लाभ होगा और न ही क्षेत्र को। कैबिनेट की बैठक एेसे समय में हुई है जब एेसी रिपोर्ट आई हैं कि संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की राजदूत मलीहा लोधी वैश्विक संस्था के प्रमुख बान की मून से मुलाकात करके उन्हें नियंत्रण रेखा पर भारत की ओर से लगातार उकसावे की कार्रवाई के बारे में बताएंगी। एजेंसी इनपुट