पाकिस्तान ने भारतीय कपास की 10,000 गांठ की खेप नामंजूर की
डॉन न्यूज की एक खबर के अनुसार जिनिंग मिलों में तैयार कपास की यह खेप पाकिस्तान की सात कपड़ा मिलों के द्वारा आयात किया गया था। आल पाकिस्तान टेक्सटाइल मिल्स एसोसिशन के वारिष्ठ उपाध्यक्ष जाहिद मजहर ने भारत से कपास आयात करने की अनुमति न देने की पाकिस्तान सरकार की नीति की आलोचना की है और कहा है कि इससे घरेलू कताई उद्योग को क्षति पहुंच रही है।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पौध संरक्षण के शोध विभाग के तहत आने वाले पौध संगरोध एवं प्रमाणन सेवा (क्वेरेंटाइन) कार्यालय, द्वारा ठुकराया गया। अधिकारियों के इस निर्णय से पाकिस्तान के कपड़ा उद्योग में खलबली है। स्थानीय कपड़ा उद्योग भारत से कपास के आयात करने की छूट चाहता है।
पाकिस्तान ने पिछले वर्ष अपने यहां कपास की फसल के खराब होने के बाद कमी पूरी करने के लिए भारत से 80 करोड़ डालर मूल्य की 27 लाख गांठ कपास आयात की थी।
सीमाशुल्क उपायुक्त ने सूचित किया है कि भारत से कपास की संबंधित खेप पाकिस्तान पौध संगरोध कानून 1976 और नियम 1967 का उल्लंघन कर के मंगायी गयी है और इस माल को भारत वापस लौटाया जाएगा। माल लौटाने का खर्च आयातकों को वहन करना होगा।
अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तान में निजी क्षेत्र की इकाइयों ने विभिन्न देशों से 12 लाख गांठ कपास का आयात किया है। भारत से तीन लाख गांठ कपास का आर्डर दिया गया है। उद्योग जगत के लोगों ने कहा कि भारत को छोड़ अन्य देशों की कपास की खेपों को कस्टम विभाग ने बिना किसी आपत्ति के मंजूरी दी है।
भाषा