पाशा ने कहा, मुंबई हमले में हम शामिल थे पर हमारा नहीं था यह मिशन
यह किताब अगले सप्ताह प्रकाशित होगी। उन्होंने अपनी किताब में दावा किया है कि पाशा ने कहा था कि मुंबई हमले में लोग हमारे थे, ऑपरेशन हमारा नहीं था। उन्होंने कहा कि इस किताब का उद्देश्य यह बताना है कि दोनों देशों ने 69 वर्षों का ठीक से इस्तेमाल नहीं किया। हक्कानी ने कहा कि हमले के आठ साल बाद भी साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने में नाकाम होने के बाद पाकिस्तान ने एक अन्य मामला खड़ा कर दिया। इस मसले को अपरिपक्वता का एक उदाहरण के तौर पर पेश करते हुए उन्होंने बताया कि दोनों देश एक दूसरे से किस तरह पेश आते रहे हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश अन्य देशों के साथ विदेश नीति के तहत बहुत परिपक्वता दिखाते हैं लेकिन कभी भी एक दूसरे के प्रति ऐसा नहीं दिखाया। इस रिश्ते में यह बचकाना या भावावेश का मामला है। वह इस रिश्ते में एक चेतना लाने और भावावेश को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।