मतभेद पाटने को मिले सिरीसेना और राजपक्षे
इस वर्ष आठ जनवरी के राष्ट्रपति चुनाव में राजपक्षे की करारी शिकस्त के बाद यह पहली बैठक है जो श्रीलंका फ्रीडम पार्टी के चुनावी भविष्य पर चर्चा करने के लिए संसद परिसर में हुई।
बैठक के बाद राजपक्षे गुट ने दावा किया कि सिरीसेना ने राजपक्षे की राजनीतिक वापसी के इरादे पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी। राजपक्षे गुट के प्रवक्ता दल्लास अलाप्पेरूमा ने कहा, चर्चा में उठाए गए पांच बिंदुओं का हमे संतोषजनक जवाब सुनने को नहीं मिला। राजपक्षे ने चुनावी हार के बाद पार्टी नेतृत्व सिरीसेना के लिए छोड़ दिया था। पार्टी का एक धड़ा चाहता है कि राजपक्षे को सिरीसेना आसन्न संसदीय चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित करें।
गौरतलब है कि सिरीसेना राजपक्षे सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे और राजपक्षे के खिलाफ राष्ट्रपति चुनाव लड़ने से पहले वह सरकार से अलग हो गए थे। राष्ट्रपति पद पर उनकी जीत के बाद सिरीसेना को पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया। प्रवक्ता ने बताया कि सिरीसेना ने श्रीलंका पुलिस की वित्तीय अपराध जांच डिवीजन में राजनीतिक हस्तक्षेप को रोकने की भी अपील की। गौरतलब है कि राजपक्षे के छोटे भाई बासिल सहित कई अहम सहयोगियों पर डिवीजन ने वित्तीय अनियमितता के आरोप लगाए हैं। बासिल राजपक्षे के करीब दशक भर के शासनकाल में शक्तिशाली आर्थिक विकास मंत्री थे।