श्रीलंका: पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की मुश्किलें बढ़ी, लटकी गिरफ्तारी की तलवार
श्रीलंका के पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक वकील ने श्रीलंका की एक अदालत का रुख किया है, जिसमें आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) को महिंदा राजपक्षे सहित सात लोगों को तुरंत गिरफ्तार करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
राजपक्षे पर आरोप है कि सप्ताह की शुरुआत में टेंपल ट्रीज और गाले फेस के सामने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन पर जो हमला हुआ था उसमें उनका हाथ है। डेली मिरर के अनुसार, कोलंबो मजिस्ट्रेट की अदालत में एक वकील ने व्यक्तिगत शिकायत दर्ज कर आपराधिक जांच विभाग को गिरफ्तारी के लिए निर्देश देने का अनुरोध किया है।
हिंसक झड़पों के दौरान गाले फेस विरोध स्थल पर 100 से अधिक प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे, जिसके परिणामस्वरूप देश के त्रिकोणीय बलों ने सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या पिछले मंगलवार को व्यक्तिगत नुकसान पहुंचाने वाले सभी लोगों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया था। हाल ही में श्रीलंका के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले महिंदा राजपक्षे को एक स्थानीय अदालत ने देश छोड़ने पर रोक लगा दी है।
न्यूज वायर ने सूत्रों के हवाले से बताया कि महिंदा राजपक्षे के बेटे और पूर्व मंत्री नमल राजपक्षे, जॉन्सटन फर्नांडो, पवित्रा वन्नियाराची, सीबी रथनायके, सनथ निशांत और संजीव एडिरिमाने सहित अन्य पर भी यात्रा प्रतिबंध लगाया गया है। महिंदा राजपक्षे और उनके परिवार के कुछ सदस्यों को हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा देने के एक दिन बाद त्रिंकोमाली नेवल बेस में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसके कारण देशव्यापी कर्फ्यू लगा। गौरतलब है कि श्रीलंका भोजन और ईंधन की कमी, बढ़ती कीमतों और बिजली कटौती से जूझ रहा है।