श्रीलंका में कर्फ्यू हटाया, राजपक्षे के इस्तीफे का कोई संकेत नहीं
श्रीलंकाई अधिकारियों ने गुरुवार को पश्चिमी प्रांत में राजधानी में हिंसा भड़कने के बाद लगाये गये कर्फ्यू को हटा लिया है। हालांकि इसके बावजूद देश में तनाव बरकरार है। देश छोड़कर मालदीव भाग गए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अभी तक अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
राजपक्षे, जिन्होंने बुधवार को इस्तीफा देने का वादा किया था, ने प्रधान मंत्री रानिल विक्रमसिंघे को देश से भागने के कुछ घंटे बाद कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया। इस कदम से श्रीलंका में राजनीतिक संकट और बढ़ गया है और विरोध की एक नई लहर शुरू हो गई है।
राजपक्षे के देश छोड़कर भाग जाने के बाद बुधवार दोपहर से ही प्रधानमंत्री कार्यालय और संसद के मुख्य पहुंच जंक्शन पर प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों के साथ झड़प में कम से कम 84 लोग अस्पताल में भर्ती थे। बाधाओं को तोड़ने और प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रही भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारें कीं।
पुलिस प्रवक्ता निहाल थलडुवा ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंकाई सेना के एक जवान से एक टी56 बंदूक और 60 गोलियां छीन लीं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई थी। बता दें कि बुधवार का विरोध विक्रमसिंघे पर अधिक निर्देशित था। कार्यवाहक अध्यक्ष बनने के बाद से उनके इस्तीफे की मांग तेज हो गई है। राजनीतिक दल के नेता उन्हें पद छोड़ने के लिए कह रहे हैं ताकि अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने कार्यवाहक अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाल सकें।