इराक में आईएस का कहर, 100 से अधिक मारे
टि्वटर पर पोस्ट किए गए एक संदेश के अनुसार इस्लामिक स्टेट समूह ने हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी लेकिन इसे इस समूह से जुड़े अकाउंटों से पोस्ट किया गया है। रमजान की शुरुआत से ही इस आशंका के कारण इराक के आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी कि सुन्नी आतंकवादी संगठन बगदाद में शिया नीत सरकार को अस्थिर करने के लिए इस मौके का इस्तेमाल नागरिकों पर हमला करने के लिए कर सकता है। पिछले वर्ष इस्लामिक स्टेट समूह ने दियाला प्रांत के कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया था। इराकी बलों और कुर्द के लड़ाकों ने उन इलाकों पर फिर से कब्जा कर लिया है लेकिन आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच संघर्ष अब भी जारी है। अशांत प्रांत में पिछले वर्ष अगस्त में सुन्नी मस्जिद पर हुए एक हमले में कम से कम 64 लोग मारे गए थे।
इराक और सीरिया के बड़े हिस्से पर आईएस आतंकवादियों का कब्जा हो चुका है और यह संगठन धीरे-धीरे आस-पास के दूसरे देशों तथा इस्लामी प्रभाव वाले दूर के देशों में भी अपना प्रभाव जमाने की कोशिश कर रहा है। यहां तक कि भारत के कुछ मुस्लिम युवा भी इस संगठन के बहकावे में आकर इराक और सीरिया जाकर वहां आईएस की तरफ से लड़ चुके हैं। इस संगठन से प्रभावित होने वालो में अमेरिकी युवा भी शामिल हैं।