उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को सही शिक्षा और सोच की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारत फिर से 'विश्व गुरु' बनने के लिए तैयार है।
आबू रोड में ब्रह्म कुमारियों की 85वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एक दशक के भीतर देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभरेगा।
धनखड़ ने कहा, "सही शिक्षा, सही सोच और सही ज्ञान हमें ताकत दे सकता है।" भारत अतीत में एक "विश्व गुरु" था और भविष्य में फिर से एक हो जाएगा, उन्होंने कहा।
उन्होंने कहा, "हमने जो सपना देखा था, वह जल्द ही पूरा होगा। हमारे शिक्षण संस्थानों ने दुनिया को आगे बढ़ाया है। दुनिया के इतिहास में सच्चाई और शांति का संदेश देने वाला भारत के अलावा कोई दूसरा देश नहीं है।"
उन्होंने कहा कि देश की नई शिक्षा नीति इसकी संस्कृति, विचारों और विरासत को ध्यान में रखकर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि देश एक नई दिशा में जाएगा क्योंकि शिक्षा मूल है और धर्म हमारी विरासत और पूंजी है।
धनखड़ ने कहा कि कोरोनावायरस महामारी के दौरान भी, भारत ने पूरी दुनिया की सेवा की। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है और एक दशक के भीतर यह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगी।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का बयान, भारत फिर बनेगा विश्व गुरु
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को सही शिक्षा और सोच की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारत फिर से...
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