नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की नेपाली कांग्रेस (एनसी) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन ने संसदीय चुनाव में बढ़त हासिल कर ली है। अभी तक जिन 65 सीटों के परिणाम घोषित किए जा चुके हैं, उनमें से 40 पर सत्तारूढ़ गठबंधन ने जीत दर्ज की है।
संघीय संसद के कुल 275 सदस्यों में से 165 का चयन प्रत्यक्ष मतदान के जरिये होगा, जबकि बाकी 110 को आनुपातिक चुनाव प्रणाली के माध्यम से चुना जाएगा।
नेपाली कांग्रेस ने अभी 25 सीटों पर जीत दर्ज की है और 31 पर आगे चल रही है। वहीं, सीपीएन-माओइस्ट सेंटर के खाते में सात, सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट के खाते में छह और राष्ट्रीय जनमोर्चा तथा समाजवादी पार्टी के खाते में एक-एक सीट आई है। ये सभी सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा हैं।
माओइस्ट सेंटर और सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट क्रमश: 10 और पांच सीटों पर आगे चल रही हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री के पी शर्मा ओली के नेतृत्व वाले मुख्य विपक्षी दल सीपीएन-यूएमएल (कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ नेपाल-यूनिफाइड मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) ने अभी तक 15 सीटों पर जीत दर्ज की है और 29 पर बढ़त बना ली है।
वहीं, सीपीएन-यूएमएल के सहयोगी दल राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और जनता समाजवादी पार्टी ने क्रमश: दो और एक सीट पर जीत दर्ज की है। राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी तीन सीटों पर आगे चल रही है। नवगठित राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने पांच सीटों पर जीत हासिल की है और चार सीटों पर आगे है।
नागरिक उन्मुक्ति पार्टी, जनमत पार्टी, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनमोर्चा और निर्दलीय उम्मीदवारों ने एक-एक सीट पर जीत प्राप्त की है।
आनुपातिक चुनावी प्रणाली के तहत सीपीएन-यूएमएल को सबसे अधिक वोट मिले हैं। पार्टी की झोली में 3,65,505 वोट गए हैं, जबकि नेपाली कांग्रेस को 3,37,328 और माओस्टि सेंटर को 1,61,069 मत हासिल हुए हैं। नेपाल में संघीय संसद की 275 सीटों और सात प्रांतीय विधानसभाओं की 550 सीटों के लिए रविवार को मतदान हुआ था। मतगणना सोमवार को शुरू की गई।
संघीय संसद के कुल 275 सदस्यों में से 165 का चयन प्रत्यक्ष मतदान के जरिये होगा, जबकि बाकी 110 को ‘आनुपातिक चुनाव प्रणाली’ के माध्यम से चुना जाएगा। इसी तरह, प्रांतीय विधानसभाओं के कुल 550 सदस्यों में से 330 का चयन प्रत्यक्ष मतदान, जबकि 220 का चयन आनुपातिक प्रणाली से होगा।