उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रचार अभियान प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि वह एक दलित को राज्य के मुख्यमंत्री के पद पर देखना चाहते हैं और उनकी पार्टी इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करेगी। पार्टी की परिवर्तन यात्रा के दौरान हरिद्वार जिले के लकसर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए रावत ने कहा कि कांग्रेस ने पंजाब में एक दलित को मुख्यमंत्री बनाकर इतिहास रचा है।
रावत ने कहा, “आजीवन गाय के गोबर से कंडे बनाने वाली महिला के बेटे को मुख्यमंत्री बनाकर कांग्रेस ने ना केवल पंजाब में बल्कि पूरे उत्तर भारत में इतिहास रचा है।”
पंजाब कांग्रेस के एआईसीसी प्रभारी रावत ने कहा, “जब पंजाब के नए मुख्यमंत्री एक संवाददाता सम्मेलन में अपने गरीब परिवार के बारे में बता रहे थे तो हम सबकी आंखों में आंसू आ गए।” उन्होंने दलित के बेटे को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को धन्यवाद दिया और कहा कि इतिहास में ऐसे मौके बेहद कम देखने को मिले हैं जब ऐसी नजीर पेश की गई।
रावत ने कहा, “मैं भगवान और मां गंगा से प्रार्थना करता हूं कि मुझे मेरे जीते जी एक दलित के बेटे को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर देखने का अवसर मिले। हम इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम करेंगे।”
बता दें कि पंजाब में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। चन्नी पंजाब में मुख्यमंत्री बनने वाले दलित समुदाय के पहले व्यक्ति हैं। चन्नी दलित सिख (रामदसिया सिख) समुदाय से आते हैं और अमरिंदर सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री थे। वह रूपनगर जिले के चमकौर साहिब विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। वह इस क्षेत्र से साल 2007 में पहली बार विधायक बने और इसके बाद लगातार जीत दर्ज की। वह शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंधन के शासनकाल के दौरान साल 2015-16 में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी थे।